धनबाद के कतरासगढ़ रेलवे स्टेशन पर पांच जोड़ी ट्रेनों का ठहराव शनिवार से शुरू हो गया. इसे लेकर कतरासगढ़ रेलेव स्टेशन पर समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी व बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो, धनबाद डीआरएम कमल किशोर सिन्हा एवं सीनियर डीसीएम अमरेश कुमार शामिल हुए. सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी व विधायक ढुल्लू महतो का डीआरएम ने गुलदस्ता एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया. कतरासगढ़ स्टेशन पर कोलकाता अहमदाबाद एक्सप्रेस को सांसद व विधायक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर कतरासगढ़ स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया गया था. कतरासगढ़ स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. सांसद और विधायक ने ट्रेन के ड्राइवर को माला पहनाकर व लड्डू खिलाकर स्वागत किया. सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि कतरास की जनता से जो वादा किया था, उसे पूरा किया. आगे भी जनता की डिमांड पूरी होगी. सौभाग्य की बात है कि पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण होना हैं, इनमें से पांच स्टेशन गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में पड़ता है. 1 महीने के अंदर डीसी लाइन पर डीसी ट्रेन का परिचालन करने का प्रयास करूंगा. डीसी ट्रेन कतरास कोयलांचल की लाइफ लाइन है.
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VIDEO: धनबाद के धनंजय व निरंजन हत्याकांड में महिला सहित तीन आरोपी यूपी के मिर्जापुर से गिरफ्तार
सिंदरी (धनबाद), अजय कुमार उपाध्याय : धनबाद जिले के झरिया थाना क्षेत्र में निरंजन तांती और धनंजय यादव हत्याकांड में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से महिला सहित तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. बता दें कि 19 जनवरी, 2023 को धनंजय यादव गुट और रामबाबू धिक्कार गुट में खूनी संघर्ष हुआ था. इसमें निरंजन तांती की मौत हुई थी. वहीं, एक अगस्त, 2023 को धनंजय यादव के घर में घुसकर हत्या की गई थी. इसकी जानकारी एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने दी. कहा कि झरिया थाना में दर्ज कांड संख्या 23/23 के मामले में निरंजन तांती हत्या मामले में नामजद आरोपी कैलाश धिक्कार (40 वर्ष), करण धिक्कार (19 वर्ष) और मुख्य आरोपी रामबाबू धिक्कार की बहन दुखहरनी देवी (35 वर्ष) को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से गिरफ्तार किया गया.
Police have arrested three accused including a woman from Mirzapur, Uttar Pradesh in the murder case of Niranjan Tanti and Dhananjay Yadav in Jharia police station area of Dhanbad district. The police have sent the three arrested accused to jail. Let us tell you that on January 19, 2023, there was a bloody conflict between Dhananjay Yadav faction and Rambabu Dhikkar faction. Niranjan Tanti died in this. At the same time, on August 1, 2023, Dhananjay Yadav was murdered by entering his house. SDPO Abhishek Kumar gave this information. Said that in case number 23/23 registered in Jharia police station, accused Kailash Dhikkar (40 years), Karan Dhikkar (19 years) and Dukhharni Devi (35 years), sister of main accused Rambabu Dhikkar, named in the Niranjan Tanti murder case, have been sent to Uttar Pradesh. Was arrested from Mirzapur.
VIDEO: धनबाद में सड़क पर गोफ बनने से धरती में समा गया पेड़, जहरीली गैस के रिसाव से ग्रामीणों में दहशत
धनबाद : गेट जाम कर धरना पर बैठे आंदोलनकारी बीएड छात्रों ने की दूसरे छात्रों से धक्का-मुक्की
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के बीएड सेमेस्टर वन के अनुत्तीर्ण छात्रों का आंदोलन तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. विवि परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्र गुरुवार को उग्र हो गये. आंदोलनकारी छात्रों ने मुख्य गेट बंद कर दोनों तरफ के छोटे गेट को जाम कर दिया. इससे न कोई अंदर जा पा रहा था और न ही किसी को बाहर निकलने दिया जा रहा था. देखते ही देखते गेट के अंदर और बाहर दोनों तरफ बड़ी संख्या में विद्यार्थी जमा हो गये. इस दौरान परिसर में फंसी कई छात्राएं बाहर निकलने के लिए रोने लगीं. सूचना पर बरवाअड्डा थाना पुलिस वहां पहुंची. अधिकारियों ने आंदोलनकारी छात्रों को समझाया, लेकिन वे मांगों पर अड़े रहे. धरना पर बैठे कई आंदोलनकारियों की तबीयत गुरुवार को बिगड़ गयी. गोविंदपुर के अंचलाधिकारी रामजी वर्मा के आने पर अंदर फंसे स्टूडेंट्स को मौका मिला और वे बाहर निकल आये.
धक्का-मुक्की में छात्रा को लगी चोट
विश्वविद्यालय में क्लास करने के बाद बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स बाहर निकलने का प्रयास करने लगे, लेकिन आंदोलनकारी छात्र गेट खोलने को तैयार नहीं थे. उनका कहना था कि जब तक विश्वविद्यालय नोटिफिकेशन जारी नहीं करता है, न तो किसी को बाहर जाने देंगे और न ही अंदर. देखते ही देखते बाहर निकलने के लिए सैकड़ों छात्र गेट के पास इकट्ठा हो गये. गेट खोलने के लिए वे हो-हल्ला करने लगे. इसी दौरान एक छात्रा मुख्य गेट के ऊपर से चढ़कर बाहर निकल गयी. इस दौरान छात्रों की आंदोलनकारी छात्रों से धक्का-मुक्की हो गयी. इसमें एक छात्रा चोटिल हो गयी.
और आंदोलनरत छात्रों को धक्का दे निकल गये बाहर
बरवाअड्डा थाना के एक एसआइ और जवानों ने आधा घंटे से ज्यादा समय तक छात्रों काे समझाया. स्टूडेंट्स अपनी मांग पर अड़े थे. इसी बीच गोविंदपुर सीओ रामजी वर्मा पहुंचे. सीओ के अंदर जाने की बात सुन गेट पर मौजूद गार्ड ने छोटा गेट खोल कर उन्हें अंदर बुलाया. तब तक सीओ दूसरे छोटे गेट की तरफ चले गये. इसी दौरान अंदर मौजूद छात्र-छात्राएं आंदोलनकारी छात्रों को धक्का देकर बाहर निकलने लगे. इस दौरान आंदोलनकारी उन्हें रोकने का प्रयास किये. धक्का-मुक्की में कई छात्राएं चोटिल होकर रोने लगीं. कुछ देर के अंदर पुन: गेट बंद कर दिया गया.
विवि कुछ मांगों पर सहमत, पर आंदोलन पर अड़े हैं छात्र
आंदोलनकारी छात्राें ने दावा किया है कि सीओ की मध्यस्थता में हुई वार्ता में विवि प्रशासन ने तीन मांगाें पर सहमति जतायी है. इनमें फेल छात्रों काे प्रामाेट करना, पेपर-3 का फिर से मूल्यांकन करना व परीक्षा फीस में कटाैती कर केवल 600 रुपये लेना शामिल है. हालांकि विवि ने पांच नंबर ग्रेस देने से इंकार कर दिया. छात्रों ने कहा कि जब तक विवि इससे संबंधित नाेटिफिकेशन जारी नहीं करता है, वे धरना स्थल से नहीं हटेंगे.
धनबाद : दिन के उजाले में भी धड़ल्ले से हो रही कोयले की चोरी, पुलिस व अधिकारी मौन
धनबाद, मनोहर कुमार : धनबाद जिले में अवैध खनन व कोयला चोरी पर अंकुश लगाने को जारी चिंतन व मंथन कागजों तक ही सिमट कर रह जा रहा है. हकीकत में अंकुश लगाने से संबंधित अधिकारियों के दिशा-निर्देश व विशेष अभियान हाथी के दांत साबित हो रहे हैं. दिखावे के लिए कुछ स्थानों पर छापेमारी व कोयला जब्ती की कार्रवाई जरूर होती है, कुछ गाड़ियां भी पकड़ी जाती हैं, परंतु अंत में स्थिति ढाक के तीन पात जैसी हो जाती है. यही कारण है कि जिले में सक्रिय कोयला तस्करों के सिंडिकेट पर कार्रवाई का कोई खास असर नहीं दिखता. आलम यह है कि जिले के झरिया, निरसा व बाघमारा कोयलांचल में एक बार फिर पूरे हनक के साथ कोयले की तस्करी शुरू हो गयी है. प्रभात खबर की टीम ने जब इसकी पड़ताल की तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये. पढ़ें केंदुआडीह थाना क्षेत्र स्थित बीसीसीएल के न्यू गोधर कुसुंडा आउटसोर्सिंग पैच से कोयला चोरी की यह कहानी.
बीसीसीएल के कुसुंडा एरिया स्थित न्यू गोधर कुसुंडा आउटसोर्सिंग परियोजना (पैच-सी) से रात तो रात, दिन के उजाले में भी खुलेआम कोयले की चोरी हो रही है. यहां ‘बाइर्क्स गैंग’ कोयला तस्करी के अगुवा बने हुए है. इनकी टीम का हिस्सा मजदूर हैं, जो माइंस में लगातार कोयला काटते और बोरियों में भरते रहते हैं. कुछ तो आउटसोर्सिंग कंपनी की मशीनों से कट रहे कोयले में से उठा लेते हैं. चोरी के इस कोयले को बोरियों में भर कर वो जमा करते हैं और सैकड़ों की संख्या में बाइक सवार खदान के अंदर से उन बोरियो में भरे कोयले को बाइक पर लाद कर तस्करों के वैध-अवैध डीपो तक पहुंचाते हैं. इस कार्य में यहां तीन सिंडिकेट सक्रिय है. सूचना के अनुसार यहां काली बस्ती, गंसाडीह व अलकुशा का सिंडिकेट सक्रिय है. इनमें पी मंडल, आर चौहान, गोलू, एस अंसारी, एस खान, डी वर्मा, एस रंजन व डीके कोयला तस्करों के सिंडिकेट के मुखिया बने हुए हैं. इनमे एक पूर्व पार्षद व धनसार के एक रसूखदार की सहभागिता की भी काफी चर्चा है. उनके इशारे पर ही यह खेल चल रहा है. खुलेआम चल रहे इस धंधे में पुलिस, सीआइएसएफ व अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता.
तस्कर, कारोबारी व सफेदपोश मालामाल, तो मजदूर हो रहे बीमार
शनिवार को जब मौके पर प्रभात खबर की टीम पहुंची, तो देखा कि आउटसोर्सिंग कंपनी की विशालकाय मशीनों से कट रहे कोयले की धूल के बीच कोयला चुराने और उन्हें बोरियों में भरने में सैकड़ों लोग लगे हुए. पूछने पर बताया कि यह धंधा नहीं करेंगे तो वो क्या करेंगे. एक बोरी कोयले की कीमत केवल 160 रुपये मिलने पर कहा कि यही पैसा कई लोगों में बंटता है. बीमारी के संबंध में बताया कि कुछ दिन काम करने के बाद उनमें से कई बीमार पड़ जाते हैं. कुछ का कहना था कि उनकी मेहनत है, पर कमाई दूसरे कर रहे हैं.
एक बोरी कोयला चुराने और डिपो तक पहुंचाने के मिलते हैं 160 रुपये
जानकारों के अनुसार भले ही कोयला चोरी में लगे तस्कर व अन्य लोग मालामाल हो रहे हैं, पर इस कार्य में लगे मजदूरों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. यहां पर चोरी में लगे और डिपो तक पहुंचाने वाले मजदूरों के हिस्से प्रति बोरी केवल 160 रुपये आते हैं. नाम नहीं लिखने की शर्त पर बाइकर्स गैंग के सदस्यों ने बताया कि पहले एक बोरा पर 200-250 रुपये मिलते थे, परंतु बरसात व कोयले के डिमांड में कमी बता सिंडिकेट के लोगों ने राशि घटा कर 160 रुपये कर दी है.
काली बस्ती व गंसाडीह में है अवैध डिपो
केंदुआडीह थाना क्षेत्र में स्थित इस माइंस में सुबह से रात तक कोयला चोरी का धंधा जारी रहता है. इस धंधे में लगे सैकड़ों मजदूरों व बाइक सवारों के कारण कभी-कभी परियोजना से संबंधित गाड़ियों व मशीनों को भी रुकना पड़ता है. जानकारों के अनुसार चोरी का कोयला काली बस्ती, तो कुछ बैंक मोड़-पुटकी मुख्य मार्ग पर स्थित लहरा मंदिर के ठीक पीछे गंसाडीह में बने अवैध डिपो में जमा किया जाता है, फिर यहां से पोड़ा या फिर कच्चा कोयला रात के अंधेरे में बिहार-यूपी समेत जीटी रोड के वैध व अवैध भट्ठों तक पहुंचाया जा रहा है. सूचना के मुताबिक यहां से हर दिन दर्जनों ट्रक कोयले की तस्करी हो रही है.