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कांग्रेस के बैंक खाते नहीं हुए हैं फ्रीज, झूठ का पुलिंदा खड़ा कर रही पार्टी- बीजेपी – India TV Hindi
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के आरोपों के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस का कोई बैंक अकाउंट फ्रीज नहीं हुआ है और वह झूठ का पुलिंदा खड़ा कर रही है। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स एक्ट के प्रावधान 13ए के तहत राजनीतिक दलों को आयकर में छूट मिलती है। यह वित्त वर्ष 2017-18 का मामला है, जिसके लिए असेसमेंट के आधार पर टैक्स भरने की विस्तारित तारीख 31 दिसंबर 2018 थी।
कांग्रेस पार्टी ने तय समय पर नहीं भरा टैक्स- बीजेपी
संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने नियमों के आधार पर तय डेट तक टैक्स नहीं भरा और नियमों के खिलाफ जाकर कैश में 14 लाख रुपए का बेनामी डोनेशन भी लिया। समय पर टैक्स नहीं भर पाने के कारण पेनल्टी लग कर कांग्रेस पर 105 करोड़ रुपए रिटर्न डिमांड बना, लेकिन कांग्रेस ने आयकर विभाग के पास सिर्फ ढाई करोड़ रुपए ही डिपोजिट किए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर उस समय कांग्रेस रिर्टन भर देती तो यह नौबत नहीं आती। बाद में ब्याज लगकर वह राशि 135 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। कांग्रेस ने अपील की, जिसे पहले विभाग ने , फिर आईटीएटी और फिर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी खारिज कर दिया।
‘कांग्रेस के कुछ बैंक अकाउंट को रुटीन आधार पर अटैच किया गया’
पात्रा ने आगे कहा कि इसके बाद नियमों के मुताबिक, कांग्रेस के कुछ बैंक अकाउंट को रुटीन आधार पर अटैच किया गया और विभाग ने 115 करोड़ रुपए निकालने पर रोक लगा दी। हालांकि कांग्रेस के बैंक अकाउंट को फ्रीज नहीं किया गया। उनके खाते अभी भी ऑपरेशनल हैं, उसमें जमा और निकासी दोनों कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी के बहुत सारे बैंक खाते और कई पैन नंबर है। कांग्रेस के खाते में हजारों करोड़ रुपए हैं और लगभग 500 करोड़ का फिक्स्ड एसेट है।
‘गांधी परिवार को लगता है कि वे कानून से ऊपर हैं’
भाजपा नेता ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे पर झूठ का पुलिंदा खड़ा करने का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि गांधी परिवार को क्यों लगता है कि वह कानून से ऊपर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब राहुल गांधी इन तथ्यों का डिटेल में पॉलिटिकल नहीं टेक्निकल जवाब देंगे। इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पात्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का बॉन्ड देश की जनता के साथ बन नहीं पा रहा है। वे बार-बार लेवल प्लेइंग फील्ड की बात कर रहे हैं लेकिन वह भ्रष्टाचार की पिच पर खेलेंगे तो यह कैसे होगा। यह तो तय है कि भ्रष्टाचारी भागेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले उन्हें पकड़ेंगे।
68 वर्षों के इतिहास में ED ने पहली बार किया ऐसा, अरविंद केजरीवाल बने पहला शिकार – India TV Hindi
नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाले में ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली शराब घोटाले में ED ने यह 16वीं गिरफ्तारी की है। इससे पहले जांच एजेंसी ने भारतीय राष्ट्र समिति की नेता के. कविता को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अरविंद केजरीवाल गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे थे। गुरुवार को इस मामले में हुई सुनवाई ने हाई कोर्ट ने केजरीवाल को राहत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद शाम सात बजे ईडी की टीम सीएम आवास पर पहुंच गई थी। यहां दो घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ईडी ने पहली बार सीटिंग सीएम को किया अरेस्ट
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय के 68 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब जांच एजेंसी ने किसी मौजूदा सीएम को गिरफ्तार किया हो। ED ने अभी तक किसी भी सीटिंग सीएम को गिरफ्तार नहीं किया था।वहीं इससे पहले ED ने झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी गिरफ्तार किया है, लेकिन उन्होंने गिरफ्तारी से चंद समय पहले ही सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद ही ED ने उन्हें गिरफ्तार किया था। सीएम आवास से गिरफ्तारी के बाद ED केजरीवाल को सीधे अपने कार्यालय ले गई।
शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में किया जाएगा पेश
ED ऑफिस में ही केजरीवाल का मेडिकल कराया जाएगा। इसके बाद शुक्रवार को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां ED उनकी रिमांड मांग सकती है। वहीं केजरीवाल के वकीलों ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। उन्होंने इस मामले में तत्काल सुनवाई की अपील भी की। हालांकि गुरुवार को सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद कहा जा रहा है कि शुक्रवार को कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर सकता है। बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
सोनिया गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना, कांग्रेस के पैसों को लेकर कह दी बड़ी बात – India TV Hindi
नई दिल्ली: कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ (लेनदेन पर रोक) किए जाने के मुद्दे पर गुरुवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। सोनिया गांधी ने नई दिल्ली में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। जनता से एकत्रित धन को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है।’
‘चुनावी बॉण्ड से बीजेपी को फायदा हुआ’
सोनिया ने कहा, ‘इन सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी, हम अपने चुनाव अभियान की प्रभावशीलता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। एक तरफ ‘चुनावी बॉण्ड’ का मुद्दा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया है। जैसा कि सभी जानते हैं, चुनावी बॉण्ड से बीजेपी को भारी और बड़े पैमाने पर फायदा हुआ है। दूसरी ओर, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले हो रहे हैं। हम सभी का मानना है कि यह अभूतपूर्व और अलोकतांत्रिक है।’
मल्लिकार्जु खरगे भी सरकार पर बरसे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हो। ये नहीं कि जो सत्ता में हैं, संसाधनों पर उनका एकाधिकार हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो। सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की योजना को अवैध व असंवैधानिक कहा, उस योजना के तहत बीजेपी ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) के बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगा दी गई, ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं।’
राहुल गांधी ने कहा, लोकतंत्र ही ‘फ्रीज’ हो गया
खरगे ने आरोप लगाया कि यह सत्ताधारी दल द्वारा खेला गया एक खतरनाक खेल है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है और कांग्रेस पार्टी के खातों को नहीं बल्कि लोकतंत्र को ‘फ्रीज’ कर दिया गया है। कांग्रेस नेताओं ने संवैधानिक संस्थाओं से अपील की कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कांग्रेस को बैंक खातों से लेनदेन की अनुमति दी जाए।
ADR की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा-चुनावी चंदे में सबसे अधिक एक करोड़ और 10 लाख के बॉन्ड – India TV Hindi
इलेक्टोरल बॉन्ड यानी चुनावी चंदे को लेकर एडीआर की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक राजनीतिक दलों को दिए गए कुल चंदे में से 12207 बॉन्ड ऐसे थे जिनकी कीमत एक करोड़ रुपये थी और 5366 बॉन्ड्स की कीमत दस लाख रुपये थी, जो राजनीतिक पार्टियों को दिए गए थे। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राजनीतिक दलों को चुनावी चंदे के रूप में अप्रैल 2019 से 15 फरवरी 2024 के बीच कुल 22217 इलेक्ट्रोरल बॉन्ड दिए गए, जिनकी कीमत 12769 करोड़ रुपये की थी।
राजनीतिक दलों को मिले चुनावी चंदे पर मचे घमासान के बीच एडीआर (Association of Democratic Reform) ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर एक और बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि इस चंदे की बड़ी राशि राजनीतिक दलों को एक करोड़ और दस लाख के बॉन्ड के रूप में दी गई है। जबकि यह बॉन्ड इससे छोटी राशि के भी थे जिनमें एक लाख, दस हजार व एक हजार के भी बॉन्ड शामिल थे। राजनीतिक दलों को दिए गए कुल बॉन्ड में से 12207 बॉन्ड एक करोड़ रुपए के और 5366 बॉन्ड दस लाख की कीमत के थे। रिपोर्ट में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
एक करोड़ के कुल बॉन्ड 12207 थे, जिनकी कीमत 12207 करोड़ थी। वहीं दस लाख की कीमत के कुल बॉन्ड 5366 थे, जिनकी कीमत 536 करोड़ थी। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इलेक्टोरल बॉन्ड पाने वाले सिर्फ चार दल ऐसे थे, जिन्हें एक हजार रुपए की कीमत के भी बॉन्ड मिले है। इनमें भाजपा को 31 बॉन्ड, तृणमूल को 14, कांग्रेस को पांच और बीआरएस को नौ बॉन्ड एक-एक हजार के मिले है।