छिंदवाड़ा में कांग्रेस प्रदेश समिति के महासचिव अज्जू ठाकुर, पांढुर्ना नगर पालिका अध्यक्ष संदीप घाटोडे, 16 सरपंच और 32 अन्य नेताओं ने भगवा दल का दामन थाम लिया है।
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MP News: छिंदवाड़ा से ही लड़ेंगे नकुलनाथ चुनाव, जनसभा में कमलनाथ के बेटे ने खुद ही कर दिया एलान
छिंदवाड़ा के परासिया में जनसभा को संबोधित करते सांसद नकुलनाथ
– फोटो : Facbook
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मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की हलचल शुरू हो गई है। दोनों पार्टियां मैदान पकड़ने लगी हैं। इस बीच प्रदेश में एकमात्र कांग्रेस सांसद नकुलनाथ का बयान सियासी गलियारों में चर्चा बना हुआ है।
एक तरफ तो कांग्रेस के नेता कहते नजर आ रहे हैं कि लोकसभा का टिकट तय करने का फॉर्मूला बनाया गया है। पर कांग्रेस सांसद नकुलनाथ पहले ही अपने नाम का एलान कर रहे हैं। नकुलनाथ ने ये एलान छिंदवाड़ा के परासिया विधानसभा के परिणय लॉन में आयोजित एक जनसभा में कर दिया। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पहला कयास लगाया जा रहा है कि इस एलान से स्पष्ट हो गया है कि छिंदवाड़ा से नकुलनाथ चुनाव लड़ने की मंशा रखते हैं तो कमलनाथ लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। दरअसल पिछले कई दिनों से पूर्व सीएम कमलनाथ के लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं। चार दिनों के प्रवास पर पूर्व सीएम कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ छिंदवाड़ा पहुंचे हैं। इसके चलते सोमवार को वे सुबह राम-राम पत्रकों की पूजा अर्चना के बाद परासिया में जनसभा लेने पहुंचे थे।
लोकसभा चुनाव को लेकर हुए एक्टिव
लोकसभा चुनाव के चंद महीने बाकी रह गए हैं। इससे पहले ही सांसद नकुलनाथ अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ लगातार एक्टिव नजर आ रहे हैं। उन्होंने आज शिकारपुर निवास पर जहां विभिन्न ब्लॉक के कांग्रेस पदाधिकारी की बैठक ली, तो वहीं परासिया में जनसभा को संबोधित किया। दो दिन पहले भी वह सौसर के नादनवाड़ी और चौरई के सिरेगाव पहुंचे थे।
Chhindwara: चार दशक बाद घर में जन्मी बेटी, खुशी में पिता ने कर दिए ऐसे काम बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड, जानें मामला
मनीष बंदेवार को सौंपा गया रिकॉर्ड सर्टिफिकेट।
– फोटो : Amar Ujala Digital
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छिंदवाड़ा में आबकारी विभाग में पदस्थ मनीष बंदेवार ने महज 50 दिन के भीतर अपनी बिटिया के 36 सरकारी दस्तावेज बनाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मनीष किस उपलब्धि के चलते उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिला है। उन्होंने अपनी बिटिया समृद्धि के 50 दिन में 36 सरकारी दस्तावेज बनाते हुए वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कराया। ये दूसरा मौका है, जब छिंदवाड़ा की कम उम्र की बिटिया के नाम ये खिताब आया है।
छिंदवाड़ा आबकारी विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर कार्यरत मनीष बंदेवार के घर पिछले दिनों बिटिया का जन्म हुआ। परिवार में चार दशक बाद तीन बहन के बीच पहली पुत्री के जन्म की खुशियां पिता ने 36 सरकारी दस्तावेजों को 50 दिन में बनाकर मनाई। वर्ल्ड में ये पहली उपलब्धि है, जब किसी पिता ने महज 50 दिन ये सभी आवश्यक दस्तावेज इतने कम समय में बनाकर वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कराया।
कलेक्टर ने किया सम्मनित
मनीष बंदेवार ने बताया कि ऐसा करके मेरा उद्देश्य है कि हमारे समाज में पालकगण अपने पुत्र-पुत्री के सभी दस्तावेजों को बनाने में लापरवाही न बरतें। समय पर सभी दस्तावेजों को बनाकर अपनी जागरूकता का परिचय दें, ताकि बच्चों को भविष्य में परेशानी का सामना न करना पड़े। मनीष की इस उपलब्धि पर गुरुवार को कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी सम्मानित किया।
डेढ़ लाख रुपये खर्च कर 50 दिन में बनाए गए ये 36 दस्तावेज
मनीष बंदेवार बिटिया के जन्म के बाद से अपना सात वर्ष पुराना सपने को साकार करने में जुट गए थे। उनके इस अपने को साकार करने में उनके मित्र मोहित सूर्यवंशी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने काफी मदद की थी। दरअसल मनीष बंदेवार के यहां सात वर्ष पहले बेटे शिवाय का जन्म हुआ था, तब से ही उनके मन में था कि बच्चे का रिकार्ड समय से अधिकांश दस्तावेज बनाकर वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया जाए, लेकिन मेल बेबी की अपेक्षा फीमेल बेबी के योजनाएं ज्यादा होने की वजह से उनके सामने चुनौती थी। इससे पहले छिंदवाड़ा निवासी केसरी सूर्यवंशी ने अपनी बिटिया शरण्या के 72 दिनों में 31 दस्तावेज तैयार किए थे। तभी से उन्होंने सपना संजों लिया था कि बेटी हुई तो मौजूदा रिकार्ड को ब्रेक कर बिटिया के ज्यादा दस्तावेज बनाऊंगा।
मनीष तरजलाल बंदेवार के घर 26 सितंबर 2023 को बिटिया का जन्म हुआ तो उन्होंने परिवार में चार दशक बाद बिटिया आने पर जमकर खुशियां मनाई और अपने मिशन में जुट गए। उनको इस काम के लिए उनकी पत्नी, मां, दोस्त मोहित सूर्यवंशी और आंगनबाड़ी समय-समय पर याद दिलाते रहे। मनीष बंदेवार आबकारी विभाग क्लर्क के पद पर पदस्थ हैं। ऑफिस टाइम का मैनेज कर इस मिशन में लग गए प्रतिदिन ऑफिस से लौटते समय समंधित दस्तावेज की जानकारी जुटाते और फार्म लेकर देर रात तक दस्तावेज भरकर दूसरे दिन ऑफिस से पहले जमा करते थे। इसी दिनचर्या के साथ उन्होंने 50दिन के अंदर बिटिया के 36दस्तावेज बनवा लिए।
डेढ़ माह की बिटिया के बने 36 सरकारी दस्तावेज
- टीकाकरण कार्ड
- जन्म प्रमाण-पत्र
- आधार कार्ड
- समग्र सदस्य कार्ड
- ग्रीन कार्ड
- लाड़ली लक्ष्मी योजना
- पेन कार्ड
- पासपोर्ट
- आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता
- स्थानीय निवासी प्रमाण-पत्र
- स्थायी जाति प्रमाण-पत्र (केन्द्र)
- स्थायी जाति प्रमाण-पत्र (राज्य)
- डिजिलॉकर खाता
- पोस्ट ऑफिस बचत खाता
- आर.डी. खाता
- सुकन्या समृद्धि योजना खाता
- एम.आई.एस.
- एक वर्षीय टर्म डिपोजिट
- दो वर्षीय टर्म डिपोजिट
- तीन वर्षीय टर्म डिपोजिट
- पांच वर्षीय टर्म डिपोजिट
- एन.एस.सी.
- किसान विकास पत्र
- महिला सम्मान बचत पत्र
- पी.पी.एफ.
- फिलाटेलिक डिपोजिट खाता
- माय स्टाम्प
- सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया बचत खाता
- सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया चेक बुक
- स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया बचत खाता
- स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया चेक बुक
- स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया ए.टी.एम.
- यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया बचत खाता
- एल.आई.सी. एजुकेशन प्लान
- एल.आई.सी. कन्यादान प्लान
- निप्पॉन इण्डिया म्यूचुअल फण्ड
मध्य प्रदेश में शराब गटकने के आरोप में चूहा ‘गिरफ्तार’, पुलिस अब अदालत में करेगी पेश
भोपाल: मध्य प्रदेश में पुलिस ने शराब की बोतलें खाली करने के आरोप में एक चूहे को ‘गिरफ्तार’ किया है। हैरान कर देने वाली यह घटना सूबे के छिंदवाड़ा जिले से सामने आई है, जहां एक पुलिस स्टेशन में जब्त करके रखी गई शराब की 60 बोतलों को चूहों ने खाली कर दिया। पुलिस का कहना है कि उसने प्लास्टिक की बोतलों में पैक अवैध शराब को जब्त करने के बाद पुलिस स्टेशन के स्टोर रूम में रख दिया था, लेकिन चूहों ने उनमें से 60 बोतलों को खाली कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने एक चूहे को ‘गिरफ्तार’ किया है और अब उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस ने चहों पर लगाए कई ‘गंभीर’ आरोप
पुलिस का कहना है कि थाने की इमारत बहुत पुरानी है, जहां चूहे अक्सर घूमते देखे जाते हैं। उसका कहना है कि कई बार ये चूहे कुतरकर रिकॉर्ड भी नष्ट कर देते हैं। पुलिस ने ‘आरोपी’ चूहों में से एक को ‘गिरफ्तार’ करने का दावा करते हुए कहा कि उसे सबूत के तौर पर अदालत के सामने पेश किया जाएगा। हालांकि, पुलिस अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई है कि शराब पार्टी में कितने चूहे शामिल थे। जिस मामले में शराब की बोतलें जब्त की गईं, वह मामला अभी भी अदालत में लंबित है।
यूपी में हजार लीटर शराब गटक गए थे चूहे
पुलिस को अब अदालत में जब्त की गई शराब पेश करनी है, ऐसे में उसे अपना पक्ष रखने में मशक्कत करनी पड़ रही है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब चूहों पर पुलिस स्टेशन में शराब पीने का आरोप लगा है। इससे पहले पुलिस ने शाजापुर जिला अदालत में एक ऐसी ही घटना सुनाई थी तो जज और कोर्ट का पूरा स्टाफ हंस पड़ा था। यूपी में भी 2018 में बरेली के छावनी पुलिस स्टेशन के गोदाम में रखी 1,000 लीटर से ज्यादा जब्त शराब गायब हो गई थी। उस मामले में भी पुलिस ने शराब गटकने का आरोप चूहों पर लगाया था। (IANS)