Bihar News: बिहार के बेगूसराय में आग में झुलसकर एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई है. इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है. घटना जिले की बछवारा छाना क्षेत्र के अरवा पंचायत की है. बताया जाता है कि शार्ट सर्किट से अगलगी की घटना हुई है.
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एनएच-122बी : जून से बनेगा बछवारा-हाजीपुर-महनार का दूसरा खंड, बेगूसराय से पटना आना होगा आसान
पटना. राज्य में एनएच-122बी दो लेन बछवारा-हाजीपुर-महनार के दूसरे खंड का निर्माण अगले साल जून से शुरू होने की संभावना है. इसकी तैयारी की जा रही है. इस एनएच की कुल लंबाई करीब 72 किमी है. इसका निर्माण दो चरणों में किया जाना है. इसमें से करीब 30 किमी लंबाई में निर्माण शुरू करने की मंजूरी के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा जा रहा है. वहीं, बचे हुए करीब 42 किमी लंबाई में निर्माण कार्य चल रहा है.
बेगूसराय से पटना आना होगा आसान
सूत्रों के अनुसार एनएच 122बी नया नेशनल हाइवे दो लेन का है. यह वैशाली जिले के हाजीपुर में महात्मा गांधी सेतु के पास से निकल कर पुराने एनएच-28 पर बछवाड़ा के समीप मिलेगा. पटना से बरौनी के बीच यह वैकल्पिक मार्ग होगा. इसका सीधा फायदा वैशाली, समस्तीपुर और बेगूसराय जिला के लोगों को आवागमन में होगा. इस सड़क के निर्माण से बछवाड़ा समेत बेगूसराय जिलावासियों के लिए सीधे हाजीपुर के रास्ते पटना पहुंचना काफी सुगम और आसान हो जायेगा.
पिछले साल मिली थी 42 किमी लंबाई में निर्माण की मंजूरी
इस 42 किमी लंबाई में दो लेन एनएच निर्माण की मंजूरी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पिछले साल की शुरुआत में दी थी. इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 21 जनवरी 2022 को ट्वीट के माध्यम से दी थी. एनएच-122बी बछवारा-हाजीपुर-महनार खंड के पूर्व निर्माण और महनार से बछवारा खंड के दो लेन में सुधार के लिए 624.43 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है
अरवल-दाउदनगर एनएच-98 बनेगा बेहतर
राज्य में दो एनएच को बेहतर बनाने का काम अगले साल शुरू होगा. इनमें एनएच-98 पर अरवल से दाउदनगर, दाउदनगर से जसोया मोड़ और औरंगाबाद के रामबांध से हरिहरगंज तक करीब 90 किमी लंबाई में एनएच शामिल है. इसके लिए एजेंसी का चयन होगा. इसके साथ ही गया से बिहारशरीफ फोरलेन एनएच 120 पर आरओबी बनेगा. इसकी डीपीआर बनाने के लिए कंसल्टेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
दोनों एनएच पर काम शुरू करने के लिए टेंडर जारी
सूत्रों के अनुसार दोनों एनएच पर काम शुरू करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने टेंडर जारी कर दिया है. इसके माध्यम से दिसंबर तक निर्माण एजेंसी का चयन होने की संभावना है. साथ ही एनएच-98 पर अरवल से दाउदनगर, दाउदनगर से जसोया मोड़ और औरंगाबाद के रामबांध से हरिहरगंज तक करीब 90 किमी लंबाई में मरम्मत का काम अगले साल अप्रैल तक शुरू होने की संभावना है. इस एनएच को जगह-जगह से जर्जर होने के कारण इसे ठीक करवाने का प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा गया था.
गया-बिहारशरीफ फोरलेन पर आरओबी
इसके साथ ही गया से बिहारशरीफ फोरलेन एनएच 120 पर आरओबी नहीं रहने से रेलवे क्रॉसिंग के पास जाम लगता है. इससे निजात पाने के लिए मंत्रालय को आरओबी बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था. फिलहाल मंत्रालय ने इसकी डीपीआर तैयार करवाने की प्रक्रिया शुरू की है. इसके लिए कंसल्टेंसी का चयन करने के लिए टेंडर जारी किया है. सबकुछ ठीक रहा तो अगले साल बरसात के बाद आरओबी का निर्माण शुरू हो जायेगा.
बिहार: स्कूल में घुस कर अपराधियों ने कहा- ‘पिता जी जेल में हैं, उन्हें छुड़ाना है 50 हजार रूपया दो’
पहसारा के सुनील सिंह तथा पूर्व रसोइया निर्मला देवी के पुत्र अंकेश कुमार अन्य चार साथियों के साथ स्कूल में प्रवेश कर गया. सभी शिक्षकों को प्रधानाध्यापक कक्ष में बुलाकर पिस्तौल लहराते हुए कहा कि मेरे पिताजी जेल में है, उन्हें जेल से छुड़ाना है. इसके लिए सभी शिक्षक मिलकर पचास हजार रुपये शनिवार को पहुंचा दो .नहीं देने पर उसने जान से मारने की धमकी दी. सभी शिक्षक इस घटना से भयभीत हो गये. इसके बाद बच्चों को छुट्टी देकर स्कूल में ताला लगाकर बीआरसी भवन में अपना योगदान दे दिया. इसमें हेडमास्टर रवींद्र ठाकुर, सहायक शिक्षक अरविंद कुमार, संजय कुमार, मो बरकतुल्लाह, रश्मि कुमारी शामिल हैं.
बिहार: भू-माफियाओं ने बेच दी रेलवे की 283 बीघा जमीन, 2020 से चल रहा था जमीन म्यूटेशन का काम, जानें पूरी बात
अजय कुमार, साहेबपुरकमाल (बेगूसराय). अंचल क्षेत्र में भू-माफियायों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर रेलवे की 283 बीघा गैरमजरुआ आम भूमि को बेच दिया. इस जमीन की कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये बतायी जा रही है. प्लॉटिंग कर बेची गयी जमीन की जमाबंदी भी हो गयी और कई खरीदारों ने पक्का निर्माण कर लिया है. वहीं, कई प्लॉट में निर्माण कार्य चल रहे हैं. यह मामला सामने आने के बाद अपर समाहर्ता राजेश कुमार सिंह ने फर्जी जमाबंदी के रद्दी करण को लेकर वाद शुरू करते हुए सीओ और अन्य कर्मियों को नोटिस जारी किया है.
भू-माफियाओं ने बेच दी रेलवे की 283 बीघा जमीन
यह मामला तब सामने आया, जब श्रीनगर निवासी मुकेश यादव और अन्य लोगों ने कुछ माह पूर्व जिलाधिकारी को आवेदन देकर बताया था कि साहेबपुरकमाल अंचल के मौजा मल्हीपुर बरारी में 283 बीघा जमीन बेच दी गयी है. यह जमीन मुंगेर जिले में अवस्थित पुरानी रेलवे स्टेशन लाल दरवाजा की सीमा से सटी हुई है. यहां पर खगड़िया-मुंगेर रेल पुल परियोजना के लिए गंगा की तरफ से एक रेलवे गाइड बांध का निर्माण भी किया गया है. पुरानी रेलवे स्टेशन और रेलवे गाइड बांध के बीच में यह जमीन स्थित है.
2020 से जमीन के म्यूटेशन का कार्य चल रहा था
जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि वर्ष 2020 से भू- माफियाओं की सांठगांठ से जमीन के म्यूटेशन का कार्य चल रहा था. लगभग दो वर्षों तक चले इस खेल पर से पर्दा उठने लगा, तो जमीन कारोबारियों समेत इस कार्य में शामिल लोगों में हलचल शुरू हो गयी. इसके बाद अपर समाहर्ता ने सीओ के प्रतिवेदन और आवेदकों व फर्जी जमाबंदी कराने के आरोपित अंबरीश चंद्र सिंह की ओर से दिये गये कागजों की जांच में इस जमीन को गैरमजरुआ आम पाया.
मुंगेर शहर से सटे होने के कारण महंगी है जमीन
जमीन मुंगेर शहर से सटी होने से काफी महंगी है. भू-माफियाओं ने खाली पड़ी इस सरकारी जमीन को बेचने का षड्यंत्र रचना शुरू कर दिया. सबसे पहले भू-माफियाओं ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर पुल निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन के लिए मुआवजे का दावा किया, लेकिन तत्कालीन जिला पदाधिकारी ने इसे खारिज करते हुए क्षतिपूर्ति एवं मुआवजे की राशि को सरकारी खाते में जमा करा दिया गया. इसके बाद कुछ दिनों तक भू-माफिया शांत रहे. तत्कालीन डीएम का स्थानांतरण हो जाने के बाद भू-माफियाओं ने फर्जी दस्तावेज और जमाबंदी खुलवा कर धड़ल्ले से इस जमीन को बेचना शुरू कर दिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि साहेबपुरकमाल के सीओ और बलिया एसडीओ से मैखिक रूप से इसकी शिकायत की गयी थी, लेकिन भू-माफियाओं की पहुंच के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई और जमीन की बिक्री और दाखिल-खारिज तेजी से होने लगा.
त्रुटियों की अनदेखी कर की गयी भू-माफियाओं की मदद
भू-माफियाओं ने गैरमजरुआ आम भूमि को बेचने के लिए फर्जी रूप से जो हुक्मनामा और रिटर्न तैयार किया था, उसमें कई त्रुटियां पायी गयीं. साक्ष्य के साथ अंचल कार्यालय को संज्ञान में भी दिया गया, लेकिन त्रुटियों की अनदेखी कर भू-माफियाओं की मदद की गयी.
रेलवे करायेगा जमीन का सीमांकन
इस मामले में रेलवे के सेक्शन इंजीनियर ओमप्रकाश का कहना है कि रेलवे के नक्शा से जमीन की मापी कराने की तैयारी कर रहे हैं. जमीन का सीमांकन के बाद रेलवे की ओर से जमीन को अतिक्रमणमुक्त करने की कार्रवाई की जायेगी.