बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली के सैन्य क्षेत्र (आर्मी एरिया) में तैनात सूबेदार मेजर के बेटे का बीटेक और जूनियर कमीशन अफसर की बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर 34.70 लाख रूपये की ठगी की गई है. यह ठगी करने का आरोपी मानव संसाधन मंत्रालय में तैनात एक आईएएस अफसर और पठानकोट सैन्य क्षेत्र में तैनात सेना के तीन अफसरों पर है. पीड़ित आर्मी अफसरों ने सोमवार को एसएससी से शिकायत की . इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर कैंट थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
बरेली में तैनात है ठगी का शिकार हुएआर्मी आफिसर
बरेली के कैंट एरिया में स्थित के जीई ईस्ट में तैनात सूबेदार मेजर विक्रम दत्त त्यागी ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा आर्यन बीटेक की तैयारी कर रहा है. उनकी पठानकोट सैन्य क्षेत्र के सीडबल्यूई मामून में तैनात मेजर सोहन प्रसाद भट्ट से बेटे के बीटेक में एडमिशन को लेकर बातचीत हुई थी. मेजर ने इस संबंध में अपने ऑफिस में ही तैनात सूबेदार संदीप सिंह से मिलने को कहा. मेजर ने कहा था कि संदीप की मिनिस्ट्री में काफी जान पहचान है. वह बेटे का एडमिशन करा देंगे.इसके बाद सूबेदार मेजर विक्रम ने सूबेदार संदीप सिंह से एडमिशन को लेकर बातचीत की. इस पर संदीप ने बताया कि मानव संसाधन मंत्रालय में एजुकेशन डायरेक्टर आईएएस हर्ष कुमार गोयल के पीए ऋषि हैं. वह एडमिशन का काम करते हैं. आरोप है कि इसके बाद मेजर, सूबेदार मेजर और आईएएस अधिकारी के पीए ने सरकारी कॉलेज में एडमिशन दिलाने के लिए विक्रम से 14.25 लख रुपये की मांग की. विक्रम ने यह रकम दे दी. पैसे देने के बाद भी एडमिशन नहीं हुआ तो विक्रम ने पुलिस के पास शिकायत की.
बर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज का फर्जी लेटर भेजा
सूबेदार मेजर विक्रम दत्त त्यागी की तरह ही बरेली कैंट थाना क्षेत्र लाल फाटक के कांधरपुर निवासी ओमपाल सिंह के साथ ठगी हुई है.वह भी सेना में जूनियर कमीशन अफसर हैं. ओमपाल से बेटी का सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के एडमिशन कराने के नाम पर 20.45 लाख रुपए लिए गए थे. यह पैसा भी मेजर सोहन प्रसाद भट्ट , मानव संसाधन मंत्रालय में एजुकेशन डायरेक्टर आईएएस हर्ष कुमार गोयल के पीए ऋषि और सूबेदार संदीप के जरिए लिया गया था. ओमपाल ने बताया कि आरोपियों ने दिल्ली के बर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज का फर्जी लेटर तैयार कर बेटी के नाम से एडमिशन को घर भेज दिया था. कॉलेज में पता किया गया तब लेटर फर्जी होने की बात सामने आई. इसके बाद ठगी का एहसास हुआ.
आरोपियों को फोन किया गया. मगर, उन्होंने फोन उठाने के बाद पैसे देने से इनकार कर दिया. इसके बाद में फोन भी नहीं उठा रहे हैं. दोनों आर्मी अफसरों ने एसएसपी से मामले की शिकायत की. एसएसपी के निर्देश पर कैंट थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए पुलिस पठानकोट जाएगी.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद