राजस्थान में गहलोत या वसुंधरा, MP में शिवराज या कमलनाथ? सर्वे में 5 राज्यों की जनता ने बताया कौन है CM के तौर पर पहली पसंद
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ABP Cvoter Survey Live
मिजोरम में क्या वापसी करेगी MNF या कांग्रेस के हाथ आएगी सत्ता, जानिए क्या कहता है ओपिनियन पोल?
ABP Cvoter Mizoram Opinion Polls: मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार (7 नवंबर) को मतदान होना है. यहां रविवार (5 नवंबर) को चुनावी शोर थम जाएगा. मिजोरम में 20 से ज्यादा सीटों पर चार दलों के बीच मुकाबला है. वहीं, ABP न्यूज के लिए सीवोटर ने मिजोरम में फाइनल ओपिनियन पोल किया है.
सर्वे के मुताबिक मिजोरम में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट ( MNF) को 36 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं. वहीं, कांग्रेस को 30 और जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) को 26 फीसदी वोट मिल सकता है. जबकि सर्वे के मुताबिक अन्य दल 9 फीसदी वोट हासिल कर सकते हैं.
किसको कितनी सीट?
सर्वे से सामने आया है कि मिजोरम में एमएनएफ को 17 से 21 सीट मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 6 से 10 सीट मिलने की संभावना है. वहीं, जेडपीएम को 10 से 14 और अन्य को 0 से 2 सीट पर जीत हासिल कर सकते हैं.
गौरतलब है कि इस बार मिजोरम में कांग्रेस, MNF और जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) ने सभी 40-40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि बीजेपी ने 23 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी उतारें हैं. इएमएनएफ ने 25 मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा है. एमएनएफ बीजेपी के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का हिस्सा है और केंद्र में एनडीए का सहयोगी है, लेकिन मिजोरम में वह बीजेपी के साथ चुनाव नहीं लड़ती.
2018 में एमएनएफ को बहुमत
2018 के विधानसभा चुनावों में एमएनएफ ने 26 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था, जबकि कांग्रेस 5 सीटें हासिल करने में कामयाब रही. वहीं, ZPM उम्मीदवारों ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और उन्हें 6 सीटें मिलीं थीं.
174 उम्मीदवार मैदान में
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 7 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 174 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें से 27 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जबकि बाकी अन्य पांच राजनीतिक दलों के उम्मीदवार हैं. इस चुनाव में कुल 8,56,868 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
Disclaimer- 5 राज्यों में चुनाव प्रचार जोरों पर है. कल शाम छत्तीसगढ़ में पहले चरण की सीटों के साथ ही मिजोरम में चुनाव प्रचार थम जाएगा. abp न्यूज़ के लिए सभी 5 राज्यों में सी वोटर ने फाइनल ओपिनियन पोल किया है. इस सर्वे में करीब 63 हजार लोगों से बात की गई है. ये बातचीत 9 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच की गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.
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क्या तुरंत लागू करना चाहिए महिला आरक्षण बिल? सर्वे में जनता के जवाब से हो जाएंगे हैरान
ABP Cvoter Snap Poll: महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो चुका है. इसे लेकर एबीपी के लिए सी-वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में शामिल लोगों से पूछा गया कि क्या जनगणना-परिसीमन का इंतजार किए बिना महिला आरक्षण को तुरंत लागू करना चाहिए? इस सवाल पर लोगों की बंटे हुई राय मिली.
हालांकि, ज्यादातर लोगों ने इसे तुरंत लागू करने की बात कही. संसद में महिला आरक्षण बिल का सभी पार्टियों से स्वागत किया. वहीं, संसद से इस बिल के पास होने के बाद विपक्ष इसे तुरंत लागू करने की मांग कर रहा है.
क्या जनगणना-परिसीमन का इंतजार किए बिना महिला आरक्षण तुरंत लागू करना चाहिए?
(सोर्स-सीवोटर)
- हां- 60%
- नहीं- 26%
- कह नहीं सकते- 14%
सबसे ज्यादा 60 फीसदी लोगों ने कहा कि महिला आरक्षण को तुरंत लागू करना चाहिए. 26 फीसदी लोगों का कहना है कि जनगणना-परिसीमन का इंतजार करना चाहिए. वहीं, 14 फीसदी लोगों ने कहा कि वो इस बारे में कुछ ‘कह नहीं सकते’ हैं.
परिसीमन के बाद लागू होगा बिल
दरअसल, संसद से महिला आरक्षण बिल पास तो गया, लेकिन अब भी इसके लागू होने में कई अड़चनें हैं क्योंकि महिलाओं को इसका फायदा जनगणना और परिसीमन के बाद मिलेगा. ऐसे में लोगों के मन में सवाल होगा कि आखिर परिसीमन क्या होता है? लोकसभा और विधानसभा में सीटों की सीमा का निर्धारण जिस प्रक्रिया के तहत होता है उसे परिसीमन कहते हैं.
संसद से जो महिला आरक्षण बिल पास हुआ उसमें ये शर्तें हैं कि इसके प्रावधान परिसीमन के बाद लागू होंगे. इसे लेकर कांग्रेस और बसपा समेत कई विपक्षी पर्टियों ने केंद्र सरकार पर लोगों की आंखों में धूल झोंकने का आरोप लगाया है. विपक्षी पार्टियों ने कहा कि परिसीमन में काफी समय लगता है, ऐसे में महिला आरक्षण बिल का लाभ महिलाओं को लंबे समय बाद मिलेगा.
abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ये सर्वे किया है. इस सर्वे में 5 हजार 403 लोगों की राय ली गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्व के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए abp न्यूज़ जिम्मेदार नहीं है.