केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक सर्कुलर जारी कर स्कूलों को अपने कैलेंडर का सख्ती से पालन करने और हर साल 1 अप्रैल से पहले शैक्षणिक सत्र शुरू नहीं करने को कहा है।
बोर्ड ने कहा कि कुछ स्कूलों ने इस साल की शुरुआत में अपना शैक्षणिक सत्र शुरू किया है।
बोर्ड ने सर्कुलर में कहा, “कम समय सीमा में पूरे साल के पाठ्यक्रम को पूरा करने का प्रयास उन छात्रों के लिए जोखिम पैदा करता है जो अभिभूत हो सकते हैं और सीखने की गति को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर सकते हैं।”
इसके अलावा, बोर्ड ने कहा, जीवन कौशल, मूल्य शिक्षा, स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा, कार्य शिक्षा और सामुदायिक सेवा जैसी पाठ्येतर गतिविधियों को करने के लिए बहुत कम या बिल्कुल समय नहीं है। सीबीएसई ने कहा कि ये गतिविधियां शिक्षाविदों जितनी ही महत्वपूर्ण हैं।
सर्कुलर में कहा गया है, “बोर्ड से संबद्ध स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और संस्थानों के प्रमुखों को हर साल 1 अप्रैल से पहले शैक्षणिक सत्र शुरू करने से परहेज करने और 1 अप्रैल से 31 मार्च तक शैक्षणिक सत्र का सख्ती से पालन करने की सलाह दी जाती है।”