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ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल में हराकर अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीत लिया है। ऑस्ट्रेलिया की टीम चौथी बार चैंपियन बनी है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1988, 2002 और 2010 में ट्रॉफी जीती थी। ऑस्ट्रेलिया भारत के बाद अंडर-19 विश्व कप की दूसरी सबसे सफल टीम है। भारत ने पांच बार खिताब जीता है। खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में सात विकेट खोकर 253 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और 79 रन से मैच हार गई। उदय सहारन के नेतृत्व वाली भारतीय टीम 43.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 174 रन ही बना सकी। अंडर-19 विश्व कप में चौथी बार भारतीय टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है।
फाइनल में 254 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। सेमीफाइनल मुकाबले की तरह खिताबी मुकाबले में भी भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने निराश किया। सलामी बल्लेबाज अर्शिन कुलकर्णी 6 गेंद में तीन रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद अच्छी लय में नजर आ रहे मुशीर खान 33 गेंद में 22 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कप्तान उदय सहारन फाइनल में उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल सके और सिर्फ आठ रन का योगदान दे सके।
सेमीफाइनल में शतक से सिर्फ चार रन से चूकने वाले सचिन धास नौ रन ही बना सके। प्रियांशु मोलिया ने नौ और विकेटकीपर अविनाश खाता भी नहीं खोल सके। सलामी बल्लेबाज आदर्श सिंह ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन 31वें ओवर में वह भी पवेलियन लौट गए। उन्होंने 77 गेंद में 47 रन बनाए। राज लिंबनी भी खाता नहीं खोल सके। मुरूगन अभिषेक ने 42 रन की पारी खेलकर उम्मीद जगाई लेकिन 41वें ओवर में वह भी पवेलियन लौट गए। टॉम ने 44वें ओवर में सौम्य पांडे को आउट करके भारत की पारी का अंत किया।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन हरजस सिंह (64 गेंद पर 55 रन, तीन चौके, तीन छक्के) को छोड़कर उसका कोई अन्य बल्लेबाज अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाया। लिंबानी ने और 38 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने सलामी बल्लेबाज सैम कोन्स्टास (00) को अंदर आती गेंद पर बोल्ड करके ऑस्ट्रेलिया को शुरू में ही झटका दिया। इसके बाद हैरी डिक्सन (56 गेंद पर 42 रन) और कप्तान ह्यू वीबगेन (66 गेंद पर 48 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी की।
डिक्सन ने पारी के दूसरे ओवर में ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज तिवारी पर दो चौके और एक छक्का लगाया। तिवारी ने नौ ओवर में 63 रन देकर दो विकेट लिए। डिक्सन और वीबगेन जब पारी को अच्छी तरह से आगे बढ़ा रहे थे तब भारतीय कप्तान उदय सहारन ने फिर से तिवारी को गेंद सौंपी और उन्होंने इन दोनों बल्लेबाजों को लगातार ओवरों में आउट करके अपने कप्तान को निराश नहीं किया।
वीबगेन ने तिवारी की गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में प्वाइंट पर खड़े मुशीर खान को कैच दिया जबकि अगले ओवर में उन्होंने धीमी गेंद पर डिक्सन को गच्चा देकर अभिषेक मुरूगन के हाथों कैच कराया।
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तक तीन विकेट पर 99 रन था। इसके बाद हरजस और रियान हिक्स (20) ने चौथे विकेट के लिए 66 रन की साझेदारी की। टूर्नामेंट में अब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले हरजस ने शुरू में संघर्ष करने के बाद कुछ अच्छे शॉट लगाए।
हरजस ने ऑफ स्पिनर प्रियांशु मोलिया की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर अपना आत्मविश्वास जगाया। इसके बाद उन्होंने अभिषेक पर भी दो छक्के लगाए। उन्होंने तिवारी पर लांग आफ में चौका लगाकर टूर्नामेंट का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके बाद वह अपनी पारी लंबी नहीं खींच पाए। बाएं हाथ के स्पिनर सौम्य पांडे ने उन्हें पगबाधा आउट किया।
रैफ मैकमिलन भी जल्द ही आउट हो गए, जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट पर 187 रन हो गया, लेकिन ओलिवर पीक (43 गेंदों पर नाबाद 46) और चार्ली एंडरसन (13) ने सातवें विकेट के लिए 34 रन जोड़कर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया।