प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में धारीदार पट्टियों वाला साफा बांधा था जिनमें से कुछ का रंग लाल और गहरा हरा था। इस साफे में कई रंग थे। इस साफे के साथ पीएम मोदी ने काले रंग का सूट पहना था।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जहां से बनाया गया ‘रामसेतु’, पीएम मोदी ने उसी जगह का किया दौरा, धनुषकोडी से जाएंगे अयोध्या
PM Modi Ramayan Circuit Visit: 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है. यहां पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. उसके पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर में रामायण से जुड़े महत्वपूर्ण तीर्थों का दर्शन और पूजा अर्चना की है.
आज रविवार (21 जनवरी) को पीएम मोदी का तमिलनाडु में दौरे का तीसरा दिन है. यहां उन्होंने सुबह-सुबह भगवान रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा अर्चना की है. मंदिर परिसर के भीतर 22 तीर्थों में पीएम ने डुबकी लगाई है. इसके बाद दो और जगहों पर PM मोदी जाएंगे जिनका रामायण से सीधा संबंध है.
जहां मिले थे विभीषण से राम वहां जाएंगे पीएम मोदी
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी तमिलनाडु के धनुषकोडी स्थित अरिचल मुनाई पॉइंट जाएंगे. कहा जाता है कि ये वही जगह है, जहां से राम सेतु का निर्माण शुरू हुआ था. इसके बाद प्रधानमंत्री श्री कोठंडारामा स्वामी मंदिर भी जाएंगे. इसके बारे में कहा जाता है कि यहीं पर भगवान राम पर पहली बार विभीषण से मिले थे. इससे पहले भी प्रधानमंत्री अपने दक्षिण भारत के दौरे पर रामायण काल से जुड़े महत्वपूर्ण जगहों के दर्शन कर चुके हैं. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अयोध्या में वापसी होगी जहां सोमवार को बहु प्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है.
रामायण से जुड़े तीर्थों का दर्शन कर रहे हैं पीएम मोदी
इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री के हालिया मंदिरों के दर्शन पर नजर डालें तो एक खास रामायण कनेक्शन नजर आता है. महाराष्ट्र के पंचवटी से तमिलनाडु के धनुषकोडी तक प्रधानमंत्री के हालिया चार राज्यों के दौरे पर गौर करें तो रामायण काल से जुड़ी प्रमुख घटनाओं की झलक देखने को मिलेगी. प्राण प्रतिष्ठा के लिए सप्ताह व्यापी अनुष्ठान के पहले दिन महाराष्ट्र के पंचवटी में स्थित कलाराम मंदिर गए थे. वनवास काल में यही वो जगह थी, जहां पर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने अपना अधिकांश समय बिताया था. यहीं से रावण ने माता सीता का हरण किया था.
जटायु ने जहां किया था रावण से युद्ध वहां भी गए
पंचवटी के बाद प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण की ओर आगे बढ़ते हुए 16 जनवरी को आंध्र प्रदेश के लेपाक्षि में स्थित वीरभद्र मंदिर गए. लेपाक्षि का रामायण से खास संबंध है. दरअसल जब रावण माता सीता का अपहरण कर के लए जा रहा था तब गिद्ध राज जटायु की उन पर नजर पड़ी. इसी जगह पर माता-पिता को बचाने के लिए जटायु ने रावण से युद्ध किया था. रामायण में इस बात का जिक्र है कि रावण ने जटायु के पंखों को काट दिया था. कहा जाता है कि जटायु के पंख लेपाक्षि में ही गिरे थे. जब राम सीता माता को ढूंढते हुए वहां पहुंचे तब जटायु ने ही उन्हें माता सीता के हरण की जानकारी देते हुए आगे की दिशा की जानकारी दी थी.
वीर हनुमान और माता सीता की अशोक वाटिका से जुड़े मंदिर में दर्शन
लेपाक्षि के बाद प्रधानमंत्री मोदी केरल के त्रिप्रयार स्थित श्रीरामास्वामी मंदिर गए थे. यहां होने वाली कुछ खास पूजा रामायण से जुड़ी है. ‘वेदी वजीपदु’ के नाम से एक पूजा की जाती है, जो हनुमान जी के लंका में सीता माता से भेंट के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इसके साथ ही मंदिर में एक ‘चकयार कुथु’ के नाम से एक कला की प्रस्तुति की जाती है, जिसमें रामायण के ‘अंगुलियांगम’ अध्याय का मंचन किया जाता है. ‘अंगुलियांगम’ में अशोक वाटिका में माता सीता और हनुमान जी की भेंट और सीता जी द्वारा संदेश के तौर भगवान राम के लिए दी गई अंगूठी का वर्णन किया गया है.
तमिलनाडु के समुद्र तट पर रामायण से जुड़े मंदिरों की यात्रा
श्री रामास्वामी मंदिर के बाद प्रधानमंत्री का अगला पड़ाव तमिलनाडु के त्रीचि में स्थित रंगनाथस्वामी मंदिर रहा. इस मंदिर का भी रामायण काल और भगवान राम और विभीषण के भेंट से संबंध है. रंगनाथस्वामी मंदिर के बाद प्रधानमंत्री मोदी चार धामों में से एक रामेश्वरम पहुंचे. यहां उन्होंने श्रीरामनाथस्वामी मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की है. रामेश्वरम के रामायण कनेक्शन से तो हम सब परिचित हैं. रामायण के अनुसार, जब लंका की ओर जाने के लिए राम सेतु का निर्माण हो रहा था तो उससे पहले भगवान राम ने यहां शिवलिंग स्थापित कर भोलेनाथ की आराधना की थी.
अंतिम पड़ाव में अयोध्या वापसी
इसके बाद रविवार को प्रधानमंत्री मोदी आज तमिलनाडु के धनुषकोडी स्थित अरिचल मुनाई पॉइंट और श्री कोठंडारामा स्वामी मंदिर जाएंगे. पंचवटी से शुरू कर के रामायण काल और उससे जुड़ी घटनाओं से जुड़े महत्वपूर्ण मंदिरों के दर्शन करने के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी 22 जनवरी को अयोध्या वापसी करेंगे. यहां रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इस दिन का इंतजार पूरे देश को है.
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ये वीरभूमि, तपोभूमि…महाराष्ट्र में रहा ‘रामकाल’, 2024 की बिसात बिछा बोले पीएम मोदी
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक में शुक्रवार (12 जनवरी) को एक रोड शो किया. उन्होंने रामकुंड और श्री कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. पीएम ने नासिक में स्वामी विवेकानंद की जन्मजयंती के मौके पर राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया और कहा कि आज का ये दिन भारत की युवाशक्ति का दिन है. ये दिन उस महापुरुष को समर्पित है, जिसने गुलामी के कालखंड में भारत को नई ऊर्जा से भर दिया था.
पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मैं आप सब नौजवानों के बीच नासिक में हूं. मैं आप सभी को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ की शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि यह महज संयोग नहीं है बल्कि महाराष्ट्र की इस पवित्र, वीरभूमि, तपोभूमि, आध्यात्मिक और भक्ति भूमि का महान प्रभाव है कि भारत की महान विभूतियां यहां से निकली हैं. उन्होंने कहा कि पंचवटी की इस भूमि में प्रभु श्रीराम ने काफी वक्त बिताया है. मैं इस भूमि को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं.
प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर मंदिरों में करें साफ-सफाई: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से मंदिर की साफ-सफाई की गुजारिश की. उन्होंने कहा कि मैंने आह्वान किया था कि 22 जनवरी तक हम सभी देश के तीर्थ स्थानों की, मंदिरों की साफ सफाई करें और स्वच्छता का अभियान चलाएं. आज मुझे कालाराम मंदिर में दर्शन करने का और मंदिर परिसर में सफाई करने का सौभाग्य मिला है. उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों से अपना आग्रह फिर दोहराऊंगा कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर के निमित्त देश के सभी मंदिरों, तीर्थ क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाएं, अपना श्रमदान करें.
पीएम ने श्री अरबिंदो को भी किया याद
अपने संबोधन में पीएम ने स्वामी विवेकानंद के साथ-साथ श्री अरबिंदो को भी याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश के ऋषियों-मुनियों-संतों से लेकर सामान्य मानवी तक, सभी ने हमेशा युवाशक्ति को सर्वोपरि रखा है. श्री अरबिंदो कहते थे कि अगर भारत को अपने लक्ष्य पूरे करने हैं, तो भारत के युवाओं को एक स्वतंत्र सोच के साथ आगे बढ़ना होगा. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी भी कहते थे कि भारत की उम्मीदें भारत के युवाओं के चरित्र और उनकी प्रतिबद्धता पर टिकी है. श्री अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद का ये मार्गदर्शन आज 2024 में भारत के युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.
‘मेरा युवा भारत संगठन’ से जुड़े 1.10 करोड़ लोग
पीएम मोदी ने बताया कि ‘मेरा युवा भारत संगठन’ से जिस तेजी के साथ देश के कोने-कोने में युवा जुड़ रहे हैं, उससे भी मैं बहुत उत्साहित हूं. मेरा युवा भारत संगठन की स्थापना के बाद ये पहला युवा दिवस है. उन्होंने कहा कि अभी इस संगठन को बने 75 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और 1.10 करोड़ के आसपास युवा इसमें अपना नाम रजिस्टर करा चुके हैं.
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’11 दिन का विशेष अनुष्ठान कर रहा हूं आरंभ’, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी का मैसेज
Ram Temple: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (12 जनवरी) को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले एक ऑडियो मैसेज जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि वह 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि वह इस पुण्य अवसर का साक्षी बन रहे हैं. अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है. इसमें अब बस 11 दिनों का वक्त बचा हुआ है. प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में तैयारियां जारी हैं.
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं. मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा. प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है. इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं. मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं. इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है.’
देश में हर किसी को 22 जनवरी का इंतजार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑडियो मैसेज में कहा, ‘जीवन के कुछ क्षण ईश्वरीय आशीर्वाद की वजह से ही यथार्थ में बदलते हैं. आज दुनियाभर में भारतीयों के लिए ऐसा ही एक पवित्र अवसर है. हर तरफ प्रभु श्रीराम की भक्ति का अद्भुत वातावरण है.’ उन्होंने कहा, ‘देश में हर किसी को 22 जनवरी का इंतजार है और अब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ 11 दिन बचे हैं. मैं अपने जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभाव से गुजर रहा हूं. मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं.’