ईडी ने मंगलवार को हेमंत सोरेन का सामना जमीन घोटाले के मुख्य आरोपी ‘बार्गेन’ सर्किल के राजस्व उप-निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद से कराया। आखिर क्या जानना चाह रही केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी?
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झारखंड लेटेस्ट न्यूज
झारखंड: कचरा जलाने के दौरान रांची के नामकुम चाय बागान इलाके में जोरदार धमाका, एक युवक जख्मी
नामकुम (रांची) राजेश वर्मा: झारखंड के रांची जिले के नामकुम थाना क्षेत्र के चाय बागान इलाके में कचरा जलाने के दौरान रविवार को जोरदार धमाका हुआ है. धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरा चाय बागान कुछ देर के लिए थर्रा गया. इस हादसे में कचरा जला रहा बंटी नाम का युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. स्थानीय लोगों की सहायता से घायल को अस्पताल पहुंचाया गया. इस इलाके में ब्लास्ट की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी लेकर जांच-पड़ताल की. बताया जा रहा है कि कैंपस के लोग हमेशा की तरह मुख्य गेट के पास कचरा फेंकते थे. इसी कचरे को जलाने के दौरान जोरदार धमाका हुआ. इसमें युवक जख्मी हो गया.
स्थानीय लोगों ने घायल शख्स को पहुंचाया अस्पताल
रांची के नामकुम चाय बागान इलाके में ब्लास्ट की जैसे ही सूचना पुलिस को मिली, नामकुम थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. इसके साथ ही जांच-पड़ताल की. इधर, हादसे में घायल बंटी को स्थानीय लोगों की सहायता से घायल को अस्पताल पहुंचाया गया.
कचरा जलाने के दौरान जोरदार धमाका
जानकारी के अनुसार नामकुम के चाय बागान इलाके के कैंपस में तीन चार परिवार रहता है. सभी मुख्य गेट के किनारे कचरा फेंकते थे. रविवार की सुबह युवक कचरा जला रहा था. इसी दौरान जबरदस्त धमाका हुआ. इससे करीब एक किलोमीटर का दायरा कुछ देर के लिए थर्रा गया. जोरदार धमाका सुनकर लोग घर से बाहर निकले एवं मामले की जानकारी ली.
झारखंड: रांची में मां दुर्गे के दरबार की सजावट पर 50 करोड़ से अधिक खर्च, 450 से अधिक स्थानों पर दुर्गोत्सव
रांची: कलश यात्रा, नव पत्रिका प्रवेश के साथ दुर्गा पूजा पंडालों के पट सप्तमी को खुल गए. मां दुर्गा का दरबार श्रद्धालुओं से गुलजार होने लगा. राजधानी रांची में अगले तीन दिनों तक चारों तरफ माहौल पूजामय रहेगा. शनिवार को सभी पंडालों के पट खुलते ही श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन करने उमड़ पड़े. शनिवार को जैसे-जैसे दिन गुजर रहा था, पूजा पंडालों की रौनक बढ़ती जा रही थी. शाम होते ही रंग बिरंगी रोशनी व आकर्षक पंडालों में स्थापित मां की प्रतिमा अपने भव्य स्वरूप में नजर आ रही थी. देर रात तक पूजा पंडालों में आनेवाले भक्तों का तांता लगा था. खुशनुमा मौसम के कारण पूजा की भव्यता और बढ़ गयी है. मां का दरबार सजाने पर राजधानी में ही करीब 50 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं. मेला और बाजार का खर्च अलग है. राजधानी के कई पंडालों ने केवल मां के दरबार सजाने पर 60-65 लाख रुपये तक खर्च किया है. छोटे-छोटे पूजा पंडालों का खर्च भी 10 लाख रुपये के करीब है. पूरी राजधानी में 450 से अधिक स्थानों पर मां का दरबार सजा हुआ है. इसमें 158 पूजा पंडाल नगर निगम क्षेत्र में हैं.
देश के कोने-कोने के कलाकार जुटे थे रांची में
सप्तमी को मां का पट खुलने से पहले तक मां का दरबार सज कर तैयार हो जाता है. कुछ पूजा पंडाल तो मां के दर्शन के लिए पंचमी-षष्ठी से खुलने लगते हैं, लेकिन राजधानी रांची के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अधिसंख्य पूजा पंडाल सप्तमी के दिन ही दर्शन के लिए खुलते हैं. इस काम में देश के कोने-कोने से रांची आये कलाकार कई महीनों से लगे थे. हरमू पंच मंदिर स्थित पूजा पंडाल का निर्माण कई महीनों से चल रहा था. यहां अहमदाबाद के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर का प्रारूप बनाया गया है. बंगाल के हुगली से आये कलाकार कई महीनों से इसको अंतिम रूप देने में लगे हुए थे.
जुलाई से ही बन रहा था राजस्थान मित्र मंडल का पंडाल
राजस्थान मित्र मंडल अपर बाजार का पंडाल जुलाई से बन रहा था. यहां काल्पनिक मंदिर बनाया गया है. मेदनीनगर, प बंगाल के महिला कलाकारों द्वारा तैयार पंडाल लोगों के आकर्षण का केंद्र है. नवयुवक संघ स्थित बकरी बाजार पंडाल बनाने में दो माह से अधिक समय लगा है. यहां कलाकारों ने चक्रव्यूह को जीवंत बना दिया है. रेलवे स्टेशन स्थित पूजा पंडाल में बेटी बचाओ थीम पर थर्मोकॉल की कारीगरी जबरदस्त है. रातू रोड के आरआर स्पोर्टिंग में पुनर्जन्म थीम पर तैयार पंडाल को कलाकारों ने भव्य रूप दिया है. पंडालों में प्लाइ, बीट और थर्मोकॉल का काम ज्यादा है. इसके अतिरिक्त थीम के आधार पर कपड़ों का रंग चुना गया है.
कहां-कहां कितना खर्च (अनुमानित)
क्लब – कुल खर्च
नवयुवक संघ -60
हरमू मंच मंदिर – 60
आरआर स्पोर्टिंग क्लब – 55
रांची रेलवे स्टेशन क्लब – 32
महाशक्ति दुर्गा पूजा समिति, बूटी मोड़ -35
राजस्थान मित्र मंडल – 25
नेताजीनगर क्लब, कांटाटोली – 18
कोकर दुर्गा पूजा समिति – 18
ज्योति संगम , अपर बाजार – 25
चंद्रशेखर आजाद क्लब, मेन रोड -25
शक्ति स्त्रोत संघ -25
गीतांजलि क्लब -21
बिहार क्लब -30
ओसीसी क्लब -37
युवा विकास स्टॉफ क्वार्टर, राजभवन -12
हटिया स्टेशन क्लब – 12
वीनेक्स क्लब, बरियातू- 20
शिवसेना क्लब, पिस्का मोड़ -20
संग्राम क्लब, कचहरी चौक – 20
(खर्च : क्लबों से बातचीत पर आधारित )
PHOTOS: रांची के बुंडू में सजा मां दुर्गे का दरबार, देखते बन रहा दुर्गा पूजा का उल्लास
बुंडू के बिहार क्लब का पंडाल बद्रीनाथ धाम की तर्ज पर तैयार किया गया है. विशाल क्लब बुंडू की लाइटिंग व्यवस्था धुर्वा मोड़, बिचक टोली, सोनाहातू रोड में दर्शकों को लुभा रही है. बजरंग दल द्वारा चलंत प्रतिमा और आकर्षक पंडाल बनाया गया है. लाइटिंग की व्यवस्था दर्शनार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.
शिव शक्ति क्लब रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग-33 पर भव्य बना है. इसका पट खोल दिया गया है. काली मंदिर चौक समीप मिलन मंदिर सेवा संघ, शनिवार की सुबह पट खुलते ही बंगाली परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना की गयी. श्री श्री राधा रानी मंदिर परिसर में श्री श्री श्याम सुंदर भूदेव समिति के पूजा पंडाल में पंडितों द्वारा पारंपरिक विधान के अनुसार शुक्रवार से ही पूजा-अर्चना की जा रही है.
जनकल्याण समिति, किसान क्लब, बजरंग संघ द्वारा शनिवार को पट खोलते ही कलश यात्रा निकालकर पूजा शुरू की गयी. श्री राम संघ कॉलेज रोड में चंद्रयान लॉन्चिंग का प्रारूप बनाया गया है. इसके पट खोल दिए गए हैं.
बुंडू के ग्रामीण क्षेत्रों में डामरी, एदलहातू, तैमारा, रेलाडीह, कांची, टुन्जु आदि गांवों में सप्तमी से ही पूजा पंडाल में पूजा-अर्चना शुरू हो गयी है. दुर्गा पूजा के रंग में गांव-शहर रंग गए हैं.
प्रसिद्ध प्राचीन कालीन धार्मिक स्थल महामाया मंदिर में सप्तमी की सुबह से ही लोग पूजा करने के लिए पहुंचने लगे. पंडित अनिरुद्ध चक्रवर्ती के द्वारा श्रद्धालुओं को सुबह से ही पूजा करायी गयी. इस मंदिर में दुर्गा पूजा को लेकर 10 दिन तक विशेष पूजा की जाती है.
झारखंड:हजारीबाग के लोटवा डैम में बड़ा हादसा, सात छात्रों में एक की बची जान,छह के शव बरामद, बाइक से आए थे घूमने
इचाक (हजारीबाग): हजारीबाग जिले के इचाक-पदमा सीमाना एनएच-33 फोर लैन से आधा किमी अंदर लोटवा डैम में मंगलवार को सात दोस्त घूमने गये थे. नहाने के दौरान गहरे पानी में डूबने से छह दोस्तों की मौत हो गयी. एक दोस्त जीवित बच गया. घटना स्थल लोटवा डैम सुबह 9.30 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक का हाल. छह दोस्तों के मौत के चश्मदीद शानू कुमार ने बताया कि तीन मोटरसाइकिल से सभी सात दोस्त 9.30 बजे लोटवा डैम पहुंच गए. दोस्तों ने घुमने के बाद नहाने का प्लान बनाया. दो दोस्त पहले पानी में उतरे. नहाने के क्रम में डूबने लगे. तभी चार दोस्त बचाने के लिए पानी में उतरे और वो भी डूबने लगे. मैं बचाने के लिए कुछ दूर तक गया, लेकिन डर से पानी निकलकर चिल्लाते हुए आधा किमी दूर नेशनल हाइवे पहुंचा. जहां ईख का रस बेच रहे ठेलेवाला को चिल्लाते हुए बताया कि मेरे छह दोस्त डैम में डूब गये हैं. मैं जोर जोर से चिल्ला रहा था. इसी बीच बाइक से स्थानीय निवासी महेश पासवान वहां पहुंचे. मैंने उसे अपने दोस्तों को बचाने का आग्रह किया. महेश पासवान अपने बाइक पर बैठाकर डैम वापस लाया. मुझे पूछताछ करने के बाद उसने स्थानीय जिप सदस्य बसंत नारायण मेहता और जिप अध्यक्ष उमेश प्रसाद मेहता को घटना की जानकारी दी. कुछ ही देर बाद जिला परिषद अध्यक्ष उमेश मेहता इचाक ओपी थाना प्रभारी धनंजय सिंह और सीओ मनोज महथा के साथ घटना स्थल पर पहुंचे. लोटवा गांव के स्थानीय गोताखोर कमल कच्छप, दीपक कच्छप, आकाश मिंज, छोटेलाल राम, दीपक राम सहित एक दर्जन को बुलाया गया. सभी गोताखोर लगभग पांच घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर छह डूबे छात्रों को बाहर निकाला.
सबसे पहले शिव सागर का शव निकला
लोटवा के गोताखोरों ने शानू की बतायी जगह पर रेस्क्यू कर सबसे पहले आधा घंटा में शिव सागर का शव बरामद किया. इसके बाद मयंक सिंह, रजनीश पांडेय, ईशान सिंह, प्रवीण गोप और अंतिम में सुमित कुमार के शव को बाहर निकाला.
घटना स्थल पर पहुंचे छात्र के परिजन बिलख रहे थे
लोटवा डैम के किनारे लगभग 11.30 बजे छात्रों के परिजन पहुंचने लगे. घटना स्थल पर सबसे पहले छात्र रजनीश पांडेय के पिता राजीव पांडेय पहुंचकर दहाड़ मारकर रोने लगे. इसके बाद सुमित के पिता विजय साव, मयंक मां, बहन भी वहां पहुंचकर अपने बच्चे का नाम ले लेकर बिलखने लगी. सभी परिजन घटना स्थल पर मौजूद अपने बच्चों के स्कूल बैग से स्कूल ड्रेस और किताब निकालकर उस पर सर रखकर रो रहे थे.
शव निकालने में लोटवा के युवकों ने निभायी अहम भूमिका
लोटवा डैम में डूबे छह छात्रों के शव को निकालने में लोटवा गांव के तैराक युवकों ने अहम भूमिका निभायी. तैराक कमल कच्छप ने बताया कि डैम में युवकों के डूबने की सूचना पत्रकारों से मिली. इसके बाद मैं डैम पर पहुंचा. वहां मौजूद पुलिस अधिकारी से मैं लड़कों को तलाश करने के लिए आदेश मांगा. फिर मैं तैरकर गहरे पानी में गया डुबकी लगाया, तो लड़के दिखे. कमल ने बताया कि इसके बाद गांव के अन्य युवकों को बुलाया फिर ट्रक का टायर में हवा भरकर उसपर सभी लोग डैम का गहरे पानी में झगर डालकर तलाशी करने लगे. इसके बाद सभी छह शवों को बाहर निकाल लिया. टीम में दीपक कच्छप, छोटेलाल राम, सरोज लकड़ा, विनोद कच्छप, रतन कच्छप, दीपू कच्छप, आकाश मिंज,उपेंद्र कुमार समेत अन्य तैराक युवक शामिल थे.