1 जनवरी से 14 मार्च के बीच, पुणे नगर निगम (PMC) ने H3N2 के 22 मामले दर्ज किए थे, जो अब PMC स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को साझा की गई जानकारी के अनुसार बढ़कर 61 हो गए हैं। यानी पिछले पांच दिनों में पीएमसी सीमा के भीतर एच3एन2 के 39 नए मामले जोड़े गए हैं।
पीएमसी के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भगवान पवार ने कहा, ‘पीएमसी की सीमा में एच3एन2 मामलों की संख्या 61 हो गई है। मंगलवार से हमारी टीमें विभिन्न इलाकों का दौरा करेंगी। अगर उन्हें खांसी-जुकाम और तेज बुखार के मरीज मिलते हैं तो सैंपल लैब भेजे जाएंगे।
“एक सर्वेक्षण से पीएमसी को H3N2 रोगियों की वृद्धि दर जानने में मदद मिलेगी। पीएमसी सीमा के पार, सर्वेक्षण मंगलवार से शुरू होगा,” डॉ पवार ने कहा।
सर्वेक्षण करने के लिए एक सौ चौरासी टीमें विभिन्न इलाकों का दौरा करेंगी। पीएमसी 56,000 टेमीफ्लू गोलियों से तैयार किया गया है; रेमडेसिविर की 792 शीशियां; 35,800 पीपीई किट; 25,000 से अधिक एन-95 मास्क; और आपात स्थिति में 1.73 लाख डिस्पोजेबल मास्क।
एसबी रोड की रहने वाली निकिता पटेल ने कहा, “पीएमसी ने सर्वे करने के लिए सही कदम उठाया है क्योंकि कई लोग बुखार को हल्के में लेते हैं।”
जबकि डॉ. विजय नटराजन, सीईओ, सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (एसयूएचआरसी) और कार्डियो-थोरेसिक सर्जन, पुणे ने कहा, “हालांकि पिछले पांच दिनों में एच3एन2 के 39 नए मामले सामने आए हैं, लेकिन रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि नहीं हुई है। … लोगों को घबराना नहीं चाहिए।”
अनुराग थाटे ने कहा, ‘लोगों को खारे पानी से गरारे करने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। लोगों को H3N2 को दूर रखने के लिए घरेलू दवाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।”
डॉ. नीलेश बजाज ने कहा, “लोगों को घबराना नहीं चाहिए क्योंकि यह बीमारी ठीक हो सकती है।”
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