पुणे नगर निगम (पीएमसी) द्वारा मुख्य मोहम्मदवाडी-एनआईबीएम लिंक रोड को बंद करने के एक दिन बाद दो वैकल्पिक सड़कों पर यातायात भीड़ और अराजकता हो गई, पीएमसी ने मंगलवार को वैकल्पिक मार्गों में से एक को भी इस आधार पर बंद करने का फैसला किया कि यह भीषण ट्रैफिक जाम पैदा कर रहा था और ट्रैफिक संकट को बढ़ा रहा था।
मुख्य मोहम्मदवाड़ी-एनआईबीएम लिंक रोड के बंद होने के कारण दो वैकल्पिक सड़कों पर अव्यवस्था हो गई, नाराज निवासियों ने आरोप लगाया कि पीएमसी ने उचित योजना या यातायात विभाग और नागरिकों के परामर्श के बिना मुख्य सड़क को बंद करने का निर्णय लिया। इस मुद्दे को संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) संदीप कार्णिक के ध्यान में लाया गया, जिन्होंने पीएमसी आयुक्त से बात की और पुलिस उपायुक्त (यातायात) को निवासियों को राहत प्रदान करने के लिए ट्रैफिक कांस्टेबलों की तैनाती में तेजी लाने का निर्देश दिया।
3 अप्रैल को एनआईबीएम चौक से काद नगर चौक, उंदरी तक 5 किमी से अधिक की दूरी पर बंपर-से-बंपर ट्रैफिक था, और आंतरिक सड़कें भी ट्रैफिक से चोक हो गई थीं, क्योंकि यात्रियों को दो घंटे से अधिक समय तक फंसे रहना पड़ा था। मंगलवार को पुलिस आरक्षकों द्वारा यातायात को नियंत्रित करते देखे जाने के बाद ही लोगों ने राहत की सांस ली।
एमपीसीसी की राज्य सचिव (सोशल मीडिया) जयमाला धनकिकर, जो एक निवासी हैं, ने कहा, “हमने मांग की है कि पीएमसी अप्रैल के अंत तक ढलान के कम से कम एक तरफ का काम पूरा कर ले और इसे मोटर चालकों के लिए खोल दिया जाए। अगर पीएमसी ढलान कम करने के काम में देरी कर और अधिक समस्याएं पैदा करता है, तो हम प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेंगे। हमने पहले ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से हस्तक्षेप की मांग करते हुए याचिका दायर की है। पीएमसी की दोषपूर्ण योजना के कारण हजारों निवासी पीड़ित हैं।”
वहीं कार्णिक ने कहा, ‘हमने इस मुद्दे के बारे में पीएमसी को सूचित कर दिया है और इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। डीसीपी ट्रैफिक और स्थानीय ट्रैफिक यूनिट को इस संबंध में उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
न्याति कंट्री सिटिजन्स फोरम के सदस्य सुनील कोलोटी ने कहा, ‘पिछली रात जब मैं 8.15 बजे गुजरा तो पुलिस वहां नहीं थी। ट्रक, टैंकर और सीमेंट मिक्सर जैसे सभी भारी वाहनों को सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक बंद कर दिया जाए अन्यथा अव्यवस्था बनी रहेगी। इसे प्रभावी ढंग से चलाने के लिए पुलिस को कमर कसनी होगी। पीएमसी गलतियां करने के लिए जानी जाती है और इसकी गलतियों का खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ता है।
.
Leave a Reply