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परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले चयनित उम्मीदवारों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा नियंत्रित की जाएगी।
नीट पास करने वाले मेडिकल और डेंटल कोर्स के साथ-साथ नर्सिंग और आयुष में अंडरग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लेने के पात्र होंगे। आयुष पाठ्यक्रमों के लिए काउंसलिंग अलग से आयोजित की जाएगी।
छात्रों को अपना रिजल्ट चेक करने के लिए अपने NEET एडमिट कार्ड को संभाल कर रखना होगा। स्कोर चेक करने के लिए हॉल टिकट पर उल्लिखित यूनिक आईडी नंबर के रोल नंबर की जरूरत होगी। छात्रों को परीक्षा केंद्र और अन्य विवरण जैसे विवरणों को सही ढंग से उल्लेखित करने के लिए अपने एडमिट कार्ड के साथ अपने स्कोरकार्ड का मिलान करने की भी आवश्यकता है।
पास माने जाने के लिए छात्रों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम अंक 40 प्रतिशतक है। बेंचमार्क विकलांग उम्मीदवारों के लिए, सामान्य वर्ग के मामले में न्यूनतम अंक 45 प्रतिशत और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के मामले में 40 प्रतिशत अंक होंगे। विभिन्न चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) की 15 प्रतिशत सीटों और राज्य कोटे की 85 प्रतिशत सीटों को आवंटित करने के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया कई चरणों में आयोजित की जाएगी।
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