बेंजामिन नेतन्याहू, जो बाइडन
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इस्राइल अब हमास के खिलाफ गाजा के रफा में सैन्य कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इसके पक्ष में नहीं हैं और वह इसे लेकर सार्वजनिक तौर पर चिंता जाहिर कर चुके हैं। अब अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने भी बयान जारी कर बताया कि जो बाइडन इस्राइल के रफा में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई करने को लेकर बेहद चिंतित हैं। सुलिवन ने बताया कि इस मुद्दे पर सोमवार को राष्ट्रपति बाइडन और इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच टेलीफोन पर भी बात हुई।
इस्राइल का रुख हुआ नरम
इस बातचीत में बेंजामिन नेतन्याहू, इस्राइल की एक इंटर एजेंसी टीम को अमेरिका भेजने के लिए तैयार हो गए हैं। इस्राइल की इस टीम में सेना, खुफिया एजेंसी और शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेगी कि कैसे रफा में बिना किसी बड़ी सैन्य कार्रवाई के हमास के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। गौरतलब है कि बीते करीब एक महीने में पहली बार जो बाइडन और बेंजामिन नेतन्याहू के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई।
रफा में सैन्य कार्रवाई का क्या होगा नुकसान
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुलिवन ने बताया कि इस्राइल, गाजा सिटी और खान यूनिस की तरह रफा में भी बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। रफा में अभी दस लाख से ज्यादा शरणार्थी रह रहे हैं, जो गाजा सिटी और खान यूनिस से जान बचाकर रफा पहुंचे हैं। अब अगर इस्राइल रफा में भी सैन्य कार्रवाई करता है तो फिर ये शरणार्थी कहां जाएंगे? गाजा के कई बड़े शहर पहले ही युद्ध में तबाह हो चुके हैं। इस्राइल ने अमेरिका और दुनिया को रफा पर हमले की कोई योजना भी नहीं बताई है कि वो किस तरह से रफा में हमास को निशाना बनाएंगे।
सुलिवन ने कहा कि रफा, मिस्त्र की सीमा पर स्थित है और अगर रफा के रास्ते ही गाजा में मानवीय मदद पहुंचाई जा रही है। अगर रफा पर ही सैन्य कार्रवाई होती है तो इससे गाजा में गंभीर मानवीय संकट पैदा हो जाएगा और युद्ध की विभीषिका झेल रहे लोगों को मानवीय मदद भी नहीं मिल पाएगी। इससे न सिर्फ इस्राइल वैश्विक तौर पर अलग-थलग पड़ जाएगा, साथ ही इस्राइस हमास युद्ध के बड़े पैमाने पर भड़कने की आशंका भी पैदा हो जाएगी।