आईआईएसटी में पढ़ाई करना इसरो में वैज्ञानिक बनने का सबसे आसान तरीका है।
विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए इसरो में नौकरी पाना किसी सपने के सच होने जैसा है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) दुनिया की सबसे सफल अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक है। इसने कई अंतरिक्ष मिशनों को बहुत ही किफायती तरीके से पूरा किया है। यह 1969 में स्थापित किया गया था और इसने अंतरिक्ष अन्वेषण, अनुसंधान और विकास, उपग्रह-आधारित संचार और पृथ्वी अवलोकन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ISRO की उपलब्धियों में 2013 में मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM) का सफल प्रक्षेपण शामिल है, जिसने भारत को पहले प्रयास में सफल मंगल मिशन हासिल करने वाला पहला देश बना दिया, और चंद्रयान -1, भारत का पहला चंद्र मिशन का प्रक्षेपण।
विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए इसरो में नौकरी पाना किसी सपने के सच होने जैसा है। लेकिन लोग इसरो में नौकरी पाना नहीं जानते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप सही विषय और संस्थान का चुनाव कर इसरो में वैज्ञानिक बन सकते हैं। आप इसरो में सीधी भर्ती के साथ-साथ परीक्षा देकर भी प्राप्त कर सकते हैं। IISc, IIT और NIT के मेधावी स्नातकों को इसरो में सीधे भर्ती किया जाता है। भौतिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार, एयरोस्पेस और मैकेनिकल क्षेत्रों में इंजीनियरिंग करने वालों को वरीयता दी जाती है। ISRO में वैज्ञानिक बनने का सबसे आसान तरीका भारतीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी संस्थान, IIST में अध्ययन करना है। हर साल इसरो आईआईएसटी के छात्रों को उनकी आवश्यकता के अनुसार वैज्ञानिक के रूप में बुलाता है।
इसरो वैज्ञानिक भर्ती परीक्षा: भर्ती परीक्षा:
इसके अलावा, जिन छात्रों के पास उपरोक्त संस्थानों से डिग्री नहीं है, वे ISRO सेंट्रलाइज्ड रिक्रूटमेंट बोर्ड परीक्षा, ICRB के माध्यम से इसरो में नौकरी पा सकते हैं। लेकिन केवल कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक स्ट्रीम के बीई, बीटेक और बीएससी उम्मीदवार ही इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
12वीं के बाद इसरो से कैसे जुड़ें: 12वीं के बाद इसरो से कैसे जुड़ें
12वीं के बाद इसरो में शामिल होने के लिए छात्रों को भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईएसटी में प्रवेश लेना होगा। छात्र आईआईएसईआर द्वारा आयोजित जेईई एडवांस्ड या सेंट्रल बोर्ड आधारित एप्टीट्यूड टेस्ट में शामिल होकर यहां पहुंच सकते हैं।
छात्रों के लिए वैज्ञानिक बनने का सपना पूरा करने का यह सुनहरा मौका है। इन चरणों का पालन करके आपको भारत के सबसे प्रतिष्ठित संगठन में काम करने का मौका मिल सकता है जिसकी स्थापना स्वयं भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक ‘विक्रम साराभाई’ ने की है।
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