नई दिल्ली: बिगड़ती स्थिति को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में हवा की गुणवत्ताकुछ स्कूलों ने एहतियात के तौर पर ऑनलाइन कक्षाओं में स्थानांतरित कर दिया है।
कई स्कूलों ने कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं घोषित की हैं। जबकि, कक्षा 9-12 के छात्रों की नियमित शारीरिक कक्षाएं होंगी। दिल्ली एनसीआर में ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता को देखते हुए स्कूलों ने यह फैसला किया है।
हालांकि प्रदूषण से बचने के लिए स्कूलों के ऑनलाइन होने को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय बुधवार को कहा कि एक्यूआई का स्तर 450 के स्तर को पार करने पर दिल्ली के स्कूल बंद रहेंगे। गोपाल राय ने आगे कहा कि स्कूलों को बंद करने का निर्णय अगले स्तर के GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के अनुसार लिया जाएगा।
कई स्कूलों ने कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं घोषित की हैं। जबकि, कक्षा 9-12 के छात्रों की नियमित शारीरिक कक्षाएं होंगी। दिल्ली एनसीआर में ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता को देखते हुए स्कूलों ने यह फैसला किया है।
हालांकि प्रदूषण से बचने के लिए स्कूलों के ऑनलाइन होने को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय बुधवार को कहा कि एक्यूआई का स्तर 450 के स्तर को पार करने पर दिल्ली के स्कूल बंद रहेंगे। गोपाल राय ने आगे कहा कि स्कूलों को बंद करने का निर्णय अगले स्तर के GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के अनुसार लिया जाएगा।
जैसे ही एक्यूआई को पार कर गया 450-अंक आज दिल्ली सरकार इस संबंध में औपचारिक घोषणा कर सकती है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बुधवार को लिखे पत्र की प्राप्ति के तीन दिनों के भीतर बढ़ते प्रदूषण पर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। मुख्य सचिव को संबोधित पत्र की एक प्रति एलजी विनय कुमार सक्सेना को भेजी गई है।
राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर क्षेत्र में खराब वायु गुणवत्ता बच्चों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है और अस्पताल में दस में से लगभग आठ बच्चे सांस की समस्या से जूझ रहे हैं।
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