देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को बिहार की अपनी पहली यात्रा पर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर के नालंदा विश्वविद्यालय पहुंचे. सेना के हेलिकॉप्टर से जगदीप धनखड़ अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ नालंदा विश्वविद्यालय के भ्रमण पर पहुंचे. जहां विश्वविद्यालय के कुलपति अभय कुमार सिंह ने उन्हें अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया.
नालंदा विश्वविद्यालय में प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा जी 20 का थीम
इसके बाद उपराष्ट्रपति ने यूनिवर्सिटी कैंपस के सुषमा स्वराज ऑडिटोरियम में छात्रों व अध्यापकों को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जी 20 का थीम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ यहां प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय के 50 छात्रों को संसद भवन, भारत मंडपम, बार मेमोरियल का भ्रमण कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि महिला शक्ति वंदन की शुरुआत होने से एक नए युग की शुरुआत हुई है.
संवैधानिक संस्थाओं पर अमर्यादित टिप्पणी चिंता का विषय
उपराष्ट्रपति ने इस दौरान छात्रों से संवाद भी किया. उन्होंने एक गुरु के रूप में छात्र छात्राओं द्वारा पूछे गए सवाल पर सरलता पूर्वक जवाब दिया. नालंदा विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि कुछ लोग संवैधानिक संस्थाओं पर आमर्यादित टिप्पणी करते हैं जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं करना चाहिए. यह आचरण देश की सांस्कृतिक धरोहर के विपरीत है. उन्होंने कहा कि राजनीति में जितना बड़ा पद उतना मर्यादित आचरण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनेगा. उन्होंने कहा कि नालंदा सर्वधर्म संभाव की स्थली है.
ये रहे मौजूद
उपराष्ट्रपति जब विश्वविद्यालय के हेलीपैड पर पहुंचे तो बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, यूनिवर्सिटी प्रशासन एवं जिला प्रशासन के द्वारा बुके देकर उनका स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम में सांसद कौशलेंद्र कुमार के अलावे कई देश विदेश के छात्र छात्राएं भी शामिल हुए.
नालंदा से सुनील कुमार की रिपोर्ट