उल्हासनगर: कल्याण (Kalyan) संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे (MP shrikant shinde) ने कहा कि अंबरनाथ (Ambernath) स्थित 963 साल पुराने प्राचीन शिव मंदिर (Shiva temple) को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath temple) की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। साथ ही शिंदे ने बताया कि यह विकास कार्य एक महीने के भीतर शुरू हो जाएगा। सावन के आखिरी सोमवार की सुबह सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे अंबरनाथ स्थित शिवमंदिर आए तथा विधिवत पूजा पाठ व अभिषेक किया।
पूजा के बाद पत्रकारों को सांसद ने दी जानकारी
शिव मंदिर में सावन के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है। सोमवार के दिन इस शिव मंदिर में दर्शन के लिए महाराष्ट्र और ठाणे जिले से शिव भक्तों की भारी भीड़ होती है। साथ ही उत्तर भारतीय हजारों की संख्या में कावड़ यात्रा लेकर शिव मंदिर आते है। इसलिए पिछले कुछ वर्षों में शिव मंदिर में आने वाले भक्तों की संख्या लाखों में हो गई है। सांसद श्रीकांत शिंदे ने शिव महोत्सव की शुरुआत कर शिव मंदिर की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा दी है।
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सांसद श्रीकांत शिंदे के प्रयासों के चलते राज्य सरकार ने शिव मंदिर परिसर के विकास के लिए 150 करोड़ रुपए की निधी मंजूर की है। अंबरनाथ के शिव मंदिर को यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया है। यह प्राचीन शिव मंदिर पुरातत्व विभाग के अधिकार क्षेत्र में है। इसलिए यहां काम करते समय पुरातत्व विभाग की मंजूरी लेनी पड़ती है।
शिव मंदिर के बाहरी हिस्से में राजस्व एवं नपा प्रशासन का भूखंड है। राजस्व विभाग ने मंदिर विकास के लिए इस भूखंड को देने के एवज में 50 करोड़ रुपए का भरने को कहा है। इस मुद्दे पर सांसद शिंदे ने बताया कि उन्होंने उक्त राशि को माफ करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा है। सांसद शिंदे ने बताया कि इस विकास कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अगले महीने प्रत्यक्ष रूप से शिव मंदिर का विकास कार्य शुरू हो जाएगा।