Russia-Ukraine war यूक्रेन के वायुसेना ने बताया कि सोमवार को रूस ने कीव को लक्ष्य बनाकर आठ बैलेस्टिक मिसाइलों का हमला किया, जिन्हें उसने नाकाम बना दिया। यहांतक कि अधिकारियों की जानकारी के अनुसार, इस हमले में एक व्यक्ति चोटिल हो गया, हालांकि गोलीबारी में एक घर की खिड़कियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, इस हमले के कारण शहर के 120 मकानों को बिजली सप्लाई में बाधा हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की ऊर्जा प्रणाली को जानबूझकर हमला किया था, जिससे पूरे देश में बिजली सप्लाई में बाधा उत्पन्न हुई थी।
इससे पहले दो सप्ताह में हुए हमले के बाद, यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया था कि इसे 2022 में रूस के सबसे भयानक ड्रोन हमला माना जा रहा है। यूक्रेन की वायुसेना ने यह भी कहा कि रूस ने ईरान से आयात किए गए 75 शाहिद ड्रोन का इस्तेमाल करके कीव को लक्ष्य बनाने का प्रयास किया था, जिनमें से 74 को हवाई सुरक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया गया।
इस हमले का समय चयन ऐसा किया गया था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अर्जेंटीना की यात्रा पर थे, जहां उन्होंने लातिन अमेरिकी देश के नए राष्ट्रपति जेवियर मिलाई के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निर्णय लिया था। जेलेंस्की ने इस अवसर पर अर्जेंटीना, उरुग्वे, पराग्वे, और इक्वाडोर के राष्ट्रपतियों से मुलाकात की।
रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है और इसमें नई घटनाएं हो रही हैं। सोमवार को हुए हमले के बाद, यूक्रेन के अधिकारी ने रूस को आरोप लगाते हुए कहा कि रूस ने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की यात्रा के समय यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला किया। इस हमले में कई घरों में नुकसान हुआ और एक व्यक्ति घायल हुआ, जिसे सुरक्षा बलों ने बचा लिया।
Russia-Ukraine war: सबसे हाल की जानकारी और महत्वपूर्ण विवादों का संग्रह
यह हमला एक दिग्गज ड्रोन से किया गया, जिसे रूस ने ईरान से आयात किया था। यूक्रेन की वायुसेना ने बताया कि रूस ने इसमें 75 शाहिद ड्रोन का इस्तेमाल किया और इनमें से 74 को हवाई सुरक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध, जिसे कभी-कभी दुनिया ने “दोनों युद्ध” कहा है, एक गंभीर राजनीतिक और सुरक्षा समस्या है जो सन् 2014 से चल रही है। इस युद्ध की शुरुआत, यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यनुकोविच के खिलाफ जन आंदोलन और उसके बाद के युक्रेन में राष्ट्रपति बने आंद्रेस्स यूलीयानोविच के रुझान के साथ हुई थी।
रूस-यूक्रेन युद्ध, जो समय-समय पर तनाव और संघर्ष की स्थिति में है, एक ज्यादा संवेदनशील और राजनीतिक गतिविधियों से भरा मुद्दा है। इस संघर्ष का मुख्य कारण यूक्रेन के सुवर्ण स्वतंत्रता की रक्षा और रूस के अभिग्रहण के संबंध में है।इस युद्ध की पहली ऊर्जा 2014 में हुई, जब रूस ने यूक्रेन के क्राइमिया प्रांत को अपने कब्जे में कर लिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध, जिसे अन्य नामों से ‘रूस-यूक्रेन संघर्ष’ या ‘रूस-यूक्रेन समर्थन’ भी कहा जाता है, एक गंभीर और जटिल राजनीतिक स्थिति है जो यूक्रेन और रूस के बीच चल रही है। यह संघर्ष नवंबर 2021 से तेज़ी से बढ़ता हुआ है और इसने दो पड़ावों को अपने पूर्वी सीमा क्षेत्र में आमने-सामने कर दिया है।
इस युद्ध के मुख्य कारणों में यूक्रेन की रूस से अलगाव, यूक्रेन की जनता के मध्य में एकता का अभाव, और दोनों देशों के बीच भूमि और राजनीतिक मुद्दों की समस्याएं शामिल हैं।
रूस ने यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में अपनी सैनिक ताकतों को बढ़ाया है, जिससे विवाद और तनाव बढ़े हैं। रूस का कहना है कि यह कदम उनकी सुरक्षा और रक्षा के लिए है, जबकि यूक्रेन और उसके समर्थन करने वाले देश इसे आत्मसात की भावना से देख रहे हैं।
इस युद्ध के बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि इससे यूरोपीय और अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सहायता की आवश्यकता हो सकती है, ताकि इस स्थिति का समाधान संभव हो सके और क्षेत्र में शांति बनी रह सके।