परषोत्तम रूपाला
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
केंद्रीय मंत्री और गुजरात की राजकोट लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला के एक बयान के बाद से मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। गौरतलब है कि मार्च महीनें के शुरुआत में चुनावी रैली में उन्होंने क्षत्रीय समाज के विरोध में एक बयान दिया था, जिसके बाद से समुदाय का उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन बढ़ गया है। जिसके बाद से रविवार को उनके आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
रूपाला के बयान से नाराज चल रहा क्षत्रीय समुदाय
गौरतलब है कि चुनावी सभा के दौरान रूपाला ने कहा था कि कई क्षत्रीय शासकों ने अतीत में अंग्रेजों का साथ दिया था। इस बयान से समुदाय के सदस्य आक्रोशित हो गए और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से उनकी उम्मीदवारी वापस लेने का अनुरोध किया, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो भाजपा हार के लिए तैयार रहे
विरोध प्रदर्शन के बाद आवास पर बढ़ाई सुरक्षा
सहायक पुलिस आयुक्त बीजे चौधरी ने रविवार को कहा कि हमने रूपाला के आवास पर सुरक्षा कड़ी कर दी है, ताकि किसी भी अनहोनी घटना से बचा जा सके, एहतियात के तौर पर यह व्यवस्था की गई है। जिसमें दस पुलिस कर्मी, चार पुलिस अपर निरीक्षक, एक पुलिस निरीक्षक की तैनाती की गई है। शनिवार रात पुलिस ने रूपाला का पुतला फूंकने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ गैरकानूनी जमावड़ा, लोकसेवक के काम में बाधा डालना, आगजनी, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना समेत आरोपों में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
करणी सेना के नेताओं ने भाजपा को दी थी चेतावनी
करणी सेना नेता पद्मिनीबाई वाला ने कहा कि रूपाला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। शनिवार को करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने कहा था कि मंत्री के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर वह भाजपा छोड़ देंगे। शुक्रवार को भाजपा के पूर्व विधायक जयराज सिंह जडेजा द्वारा गोंडल शहर के पास आयोजित समुदाय की एक सभा में रूपाला ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी।