खालिस्तान समर्थक हरदीप निज्जर
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कनाडाई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जोडी थॉमस ने शनिवार को कहा कि निज्जर हत्याकांड की जांच में भारत से जरूरी सहयोग मिल रहा है। एक साक्षात्कार में थॉमस ने कहा कि दोनों देशों के संबंधों में सुधार हुआ है। भारतीय अधिकारियों के साथ पिछली कुछ बैठकें सार्थक रही हैं।
कनाडाई पीएम ने भारत सरकार पर लगाए आरोप
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कनाडाई प्रधानमंत्री मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में कहा था कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है। ट्रूडो ने कहा था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों के पास यह मानने के कारण है कि भारत सरकार के एजेंटों ने ही निज्जर की हत्या की है। कनाडाई एजेंसियां निज्जर की हत्या में भारत की साजिश की संभावनाओं की जांच कर रही हैं। ट्रूडो ने जोर दिया कि कनाडा की धरती में कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी प्रकार की संलिप्तता अस्वीकार्य है।
संसद में पीएम ने दिया यह बयान
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संसद में बताया था कि नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात की थी। इस दौरान मैंने उन्हें कहा था कि हत्याकांड की जांच में भारत सरकार की कोई भी संलिप्तता अस्वीकार्य होगी। मैंने उनसे जांच में सहयोग करने का आग्रह किया था। कनाडाई धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या हुई है। इसकी जांच में किसी विदेशी सरकार की संलिप्तता हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है। उनकी सरकार खुद कनाडा एजेंसियों के साथ काम कर रही हैं। सरकार और एजेंसियों के बीच समन्वय है।
कौन है हरदीप सिंह निज्जर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल जून में कनाडा के एक प्रमुख खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा के सरे में स्थित गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के नजदीक दो अज्ञात हमलावरों ने निज्जर पर हमला किया था। हमले में उसकी मौत हो गई थी। भारतीय एजेंसी एनआईए ने निज्जर को भगोड़ा घोषित किया था। बता दें, निज्जर गुरु नानक सिख गुरुद्वारे का अध्यक्ष था और कनाडा में चरमपंथी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रमुख चेहरा था। निज्जर, खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख भी था।