सजायाफ्ता माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी शनिवार को सुबह की नमाज के बाद गाजीपुर में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार का शव शुक्रवार शाम 4.45 बजे कड़ी सुरक्षा में 30 गाड़ियों के काफिले के साथ गाजीपुर भेजा गया। देररात करीब 01.12 बजे मुख्तार का शव यूसुफपुर स्थित आवास ‘फाटक’ पर पहुंच गया।
बांदा जेल की तन्हाई बैरक में उम्रकैद की काट रहे मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार रात उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां रात 8.25 बजे उसने दम तोड़ दिया। इससे पहले वह 24 मार्च की रात भी बीमार पड़ा था। तब भी मेडिकल कॉलेज आईसीयू में उसे रखकर 14 घंटे इलाज किया गया था। मंगलवार शाम उसे जेल शिफ्ट किया गया था। इससे पहले 20 मार्च को मुख्तार ने वकील के माध्यम से बाराबंकी कोर्ट को सूचित किया था कि उसे धीमा जहर दिया गया है। तब से मुख्तार की बीमारी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसे देखते हुए एमपी-एमएलए कोर्ट की एसीजेएम गरिमा सिंह ने बुधवार को बांदा जेल के वरिष्ठ अधीक्षक को पत्र भेज कर पूछा था कि मुख्तार की तबीयत कब बिगड़ी। उसने उस दिन क्या खाया और अब उसकी तबीयत कैसी है। यह रिपोर्ट 29 मार्च शुक्रवार तक देने का आदेश था। वरिष्ठ अधीक्षक के रिपोर्ट भेजने से पहले गुरुवार शाम ही मुख्तार की मौत हो गई।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी के घर के बाहर नारेबाजी
Mukhtar Ansari Burial Live: गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के मोहम्मदाबाद आवास के बाहर उनके समर्थकों की नारेबाजी के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी के गैंग के लिए कभी ऐशगाह थीं जेलें, फिर बन गईं कब्रगाह
Mukhtar Ansari Burial Live: जरायम और राजनीति में बराबर का दखल रखने वाले मुख्तार अंसारी ने बाहुबल के दम पर विरोधी गिरोहों को दबाए रखा तो सिस्टम का भी मनमाफिक इस्तेमाल किया। किसी दौर में आईएस-191 गैंग के खास गुर्गे जेलों को ऐशगाह की तरह इस्तेमाल करते थे और यहां उन्हें हर सुविधा मुहैया कराई जाती थी। मगर गिरोह फिर भी जेलों का तिलिस्म नहीं तोड़ सका। सरगना समेत गिरोह के सभी ‘टॉपगन’ का अंत जेल में ही हुआ।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी के घर के बाहर भीड़
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी के मोहम्मदाबाद आवास के बाहर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों को हटाया जा रहा है। सुरक्षा कड़े प्रबंध हैं। कैमरे से निगरानी की जा रही है।
Mukhtar Ansari Burial Live: कुछ ने गैंग बदला, कुछ ने राजनीतिक चोला, मुख्तार पर सख्ती बढ़ते ही पूर्वांचल में मच गई थी खलबली
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के सदस्यों पर साल 2020 से शासन ने सख्ती शुरू की तो बनारस पूरे पूर्वांचल में भी तस्वीर बदलती गई। कुछ ने मुख्तार का गैंग छोड़ दिया, कुछ नये धंधे में लग गए। कुछ ने तो राजनीतिक चोला ही बदल लिया। मुख्तार और उसके गिरोह के सदस्यों के काले कारोबार में प्रतिबंधित मांगुर मछली की बिक्री भी शामिल थी। अरसे से इस कारोबार में लगे गुर्गों की आय का सबसे बड़ा स्रोत यही था। इस आय के जरिए गुर्गों और गिरोह का आर्थिक साम्राज्य फल-फूल रहा था।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा पहुंचा
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा पहुंचा है। माफिया को सुबह 10 बजे काली बाग कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।
Mukhtar Ansari Burial Live: खुफिया विभाग की निगाहें मुख्तार की पत्नी आफ्शां अंसारी को तलाश रही होंगी
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी का शव यूसुफपुर स्थित पुश्तैनी कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा। मऊ-गाजीपुर के साथ ही वहां कई जिलों के समर्थकों की भीड़ होगी। मगर पुलिस और खुफिया विभाग की निगाहें मुख्तार की पत्नी आफ्शां अंसारी को तलाश रही होंगी। कई मुकदमों और गैंगस्टर में वांछित आफ्शां 2021 से फरार है। उसके खिलाफ गाजीपुर और मऊ से कुल 75 हजार रुपये का इनाम और लुकआउट नोटिस जारी है
Mukhtar Ansari Burial Live:आवास पर पहुंचा समाजवादी कुनबा
Mukhtar Ansari Burial Live: बाहुबली मुख्तार अंसारी के निधन पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सहित नेताओं ने मुहम्मदाबाद स्थित आवास पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। नेताओं ने परिजनों को ढांढ़स बंधाया और कहा कि इस मुश्किल की घड़ी में पार्टी परिवार के साथ है। पूरे मामले की जांच के लिए पार्टी शीर्ष नेतृत्व लगातार उच्चाधिकारियों के संपर्क में है।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार के करीबियों पर ‘तीसरी आंख’ से नजर
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार के जनाजे में शामिल होने वाले करीबियों पर पुलिस की तीसरी आंख पूरी तरह से चौकसी बरतेगी। छिपे कैमरे के साथ सभी आधुनिक संयंत्रों का पुलिस इस्तेमाल करेगी। कोई खलल न पड़े, शांतिपूर्ण व्यवस्था बनी रहे, इसकी पूरी तैयारी है। सादेवेश में जवान लोगों के बीच बने रहेंगे। खुफिया विभाग भी पूरी नजर रख रही है।
जनाजे के वक्त शामिल होने वाले सभी लोगों पर पुलिस छिपे कैमरे यानी बटन और चश्मे में कैमरे से भी एक-एक पल की तस्वीर को कैद करेगी। इसके साथ ही वीडियोग्राफी, खुफिया एजेंसी के साथ स्पेशल ब्रांच के जवान भी तैनात होंगे। सादे वेश में जवानों की भी तैनाती की जा रही है। शव के हर रूट से गुजरने के दौरान पूरी चौकसी बरती जाएगी। बांदा से गाजीपुर तक मुख्तार का शव आने को लेकर पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी ने यूपी से भागकर पंजाब में तैयार किया था गैंग
Mukhtar Ansari Burial Live: माफिया मुख्तार अंसारी ने यूपी से वर्ष 1991 में फरार होने के बाद पंजाब में राजनीतिक संरक्षण में पनाह ली थी। यहीं पर पंजाब, दिल्ली और वेस्ट यूपी के अपराधियों के साथ मिलकर मुख्तार अंसारी ने इंटर स्टेट गैंग बनाया और राजनीतिक हत्याएं तक कीं। मुख्तार अंसारी और उसके दोनों करीबियों मुन्ना बजरंगी और जीवा की मौत के बाद अब उसका गैंग भी खत्म हो चुका है। यूपी के पूर्व डीजीपी और राज्यसभा सांसद ब्रजलाल ने हिन्दुस्तान से बातचीत में खुलासा किया कि वर्ष 1991 में कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने थे, जिसके बाद अपराधियों में खौफ बनने लगा था। बड़े-बड़े अपराधियों पर चाबुक चला तो माफिया मुख्तार अंसारी यूपी से फरार हो गया और पंजाब में जाकर एक बड़े राजनेता से मदद मांगी। राजनीतिक शरण मिली और यहां गैंग दोबारा खड़ा कर लिया। मुख्तार ने यहां पर पंजाब, दिल्ली और वेस्ट यूपी के अपराधियों को मिलाकर दोबारा से बड़ा गिरोह तैयार कर लिया और अपनी वसूली जारी रखी। वर्ष 1994 में वीपी गोयल का अपहरण कर बंधक बना रखा था। फिरौती वसूलने के लिए मुख्तार साथियों के साथ लोटस टेंपल पर गया था, जहां दिल्ली पुलिस ने दबोच लिया था। बाद में पुलिस ने वीपी गोयल को हरियाणा के पंचकुला में बरामद कर लिया था, जहां उन्हें नशे का इंजेक्शन लगाकर बंधक बनाकर रखा था। इस मामले में मुख्तार को 10 साल कारावास की सजा सुनाई गई थी।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी ने यूपी से भागकर पंजाब में तैयार किया था गैंग
Mukhtar Ansari Burial Live: माफिया मुख्तार अंसारी ने यूपी से वर्ष 1991 में फरार होने के बाद पंजाब में राजनीतिक संरक्षण में पनाह ली थी। यहीं पर पंजाब, दिल्ली और वेस्ट यूपी के अपराधियों के साथ मिलकर मुख्तार अंसारी ने इंटर स्टेट गैंग बनाया और राजनीतिक हत्याएं तक कीं। मुख्तार अंसारी और उसके दोनों करीबियों मुन्ना बजरंगी और जीवा की मौत के बाद अब उसका गैंग भी खत्म हो चुका है। यूपी के पूर्व डीजीपी और राज्यसभा सांसद ब्रजलाल ने हिन्दुस्तान से बातचीत में खुलासा किया कि वर्ष 1991 में कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने थे, जिसके बाद अपराधियों में खौफ बनने लगा था। बड़े-बड़े अपराधियों पर चाबुक चला तो माफिया मुख्तार अंसारी यूपी से फरार हो गया और पंजाब में जाकर एक बड़े राजनेता से मदद मांगी। राजनीतिक शरण मिली और यहां गैंग दोबारा खड़ा कर लिया। मुख्तार ने यहां पर पंजाब, दिल्ली और वेस्ट यूपी के अपराधियों को मिलाकर दोबारा से बड़ा गिरोह तैयार कर लिया और अपनी वसूली जारी रखी। वर्ष 1994 में वीपी गोयल का अपहरण कर बंधक बना रखा था। फिरौती वसूलने के लिए मुख्तार साथियों के साथ लोटस टेंपल पर गया था, जहां दिल्ली पुलिस ने दबोच लिया था। बाद में पुलिस ने वीपी गोयल को हरियाणा के पंचकुला में बरामद कर लिया था, जहां उन्हें नशे का इंजेक्शन लगाकर बंधक बनाकर रखा था। इस मामले में मुख्तार को 10 साल कारावास की सजा सुनाई गई थी।
Mukhtar Ansari Burial Live:मुख्तार पर एक्शन के बाद कई ने बदल लिए रंग
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के सदस्यों पर साल 2020 से शासन ने सख्ती शुरू की तो बनारस में भी तस्वीर बदलती गई। कुछ ने मुख्तार का गैंग छोड़ दिया, कुछ नये धंधे में लग गए। कुछ ने तो राजनीतिक चोला ही बदल लिया। मुख्तार और उसके गिरोह के सदस्यों के काले कारोबार में प्रतिबंधित मांगुर मछली की बिक्री भी शामिल थी। अरसे से इस कारोबार में लगे गुर्गों की आय का सबसे बड़ा स्रोत यही था। इस आय के जरिए गुर्गों और गिरोह का आर्थिक साम्राज्य फल-फूल रहा था। शासन ने गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ उनके आर्थिक स्रोत भी बंद कराने शुरू किए, तब वाराणसी में कैंट और लंका पुलिस ने कार्रवाई की। कैंट पुलिस ने छावनी निवासी एक खास गुर्गे समेत तीन को गिरफ्तार किया था। उनके यहां से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित मछली और अंडा बरामद हुए थे। कैंट पुलिस ने भी चार लोगों को इसी काले धंधे में पकड़ा था।
Mukhtar Ansari Burial Live:ऐशगाह ही बनी मुख्तार गैंग की कब्रगाह
Mukhtar Ansari Burial Live: जरायम और राजनीति में बराबर का दखल रखने वाले मुख्तार अंसारी ने बाहुबल के दम पर विरोधी गिरोहों को दबाए रखा तो सिस्टम का भी मनमाफिक इस्तेमाल किया। किसी दौर में आईएस-191 गैंग के खास गुर्गे जेलों को ऐशगाह की तरह इस्तेमाल करते थे और यहां उन्हें हर सुविधा मुहैया कराई जाती थी। मगर गिरोह फिर भी जेलों का तिलिस्म नहीं तोड़ सका। सरगना समेत गिरोह के सभी ‘टॉपगन’ का अंत जेल में ही हुआ।
Mukhtar Ansari Burial Live: सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की गई
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार अंसारी का शव गाजीपुर में पैतृक आवास पर रखा गया। सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की गई है। परिवार के सदस्य आवास पर हैं।
Mukhtar Ansari Burial Live: मुख्तार के आवास के बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध
Mukhtar Ansari Burial Live: गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के पार्थिव शरीर फाटक में रखा गया है। लोगों की भीड़ लगी है। आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
Mukhtar Ansari Burial Live: लखनऊ में मुख्तार गिरोह की कमान संभाले थे चार हिस्ट्रीशीटर
Mukhtar Ansari Burial Live: आठ जुलाई, 2018 में बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई। मुख्तार के बेहद करीबी बजरंगी की इस तरह से हुई हत्या ने पूरे अंडरवर्ल्ड में सनसनी फैला दी थी। इसके बाद ही नये समीकरण बने और मुख्तार गिरोह की लखनऊ में कमान संभाल रहे शाहिद ने शहर में नई उम्र के अपराधियों को अपने साथ जोड़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान मड़ियांव, कैंट, वजीरगंज और आलमबाग के चार हिस्ट्रीशीटर मुख्तार गिरोह के नये चेहरे बने। इससे पहले ये लोग यदा-कदा मुख्तार से मिले थे। इसमें एक हिस्ट्रीशीटर पुलिसकर्मी का बेटा है और उसका नाम हत्या, रंगदारी वसूलने में कई बार आ चुका है।
Mukhtar Ansari Burial Live: एलडीए के ठेकों पट्टों में मुख्तार की तूती बोलती थी
Mukhtar Ansari Burial Live: बात वर्ष 2005 से 2007 के बीच की है। उस समय एलडीए के ठेकों पट्टों में मुख्तार की तूती बोलती थी। जेल में बंद मुख्तार का फोन जब अफसरों के पास आता था तो उनके पास हां के अलावा कोई दूसरा जवाब नहीं रहता था। ठेके उन्हीं को मिलते थे जिसे मुख्तार अंसारी चाहते थे। मुख्तार का नाम आने के बाद दूसरे भी हाथ डालने से घबराते थे। एलडीए के उस समय व उससे पहले के अफसर नियम कानून ताक पर रखकर मुख्तार के करीबियों को टेण्डर देते थे।
Mukhtar Ansari Burial Live:माता-पिता के पास ही होगी कब्र
Mukhtar Ansari Burial Live: यूसुफपुर स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी की कब्र उसके पिता सुबहानुल्लाह अंसारी और मां राबिया खातून उर्फ राबिया बेगम की कब्र के ठीक पास खोदी गई है।
Mukhtar Ansari Burial Live:पुरखों के बगल में सुपुर्द-ए-खाक होगा माफिया
Mukhtar Ansari Burial Live:मुख्तार अंसारी का शव शुक्रवार देररात पैतृक आवास फाटक पर पहुंच गया। शनिवार सुबह सुपुर्द-ए-खाक की तैयारी की गई है। यूसुफपुर पर स्थित कालीबाग पैतृक कब्रगाह में कब्र की खुदाई का कार्य पूरा कर लिया गया है। मुख्तार अंसारी के विधायक भतीजे सुहैब अंसारी उर्फ मन्नू अंसारी ने बताया कि शव के दोबारा पोस्टमार्टम कराने की बात रखी गई थी। जिस कारण देरी हुई है। ऐसे में शनिवार को सुबह पहली नमाज के बाद कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि मुख्तार का शव शनिवार को ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।