नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
नागपुर: पांच महीने के इंतजार के बाद आखिरकार एनसीपी विधायक एवं पूर्व मंत्री नवाब मलिक अजित पवार के गुट में शामिल हो गए हैं। गुरुवार को राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सत्ताधारी दल के साथ बैठते ही उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मलिक का स्वागत किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मलिक का समर्थन किया। विधायक नवाब मलिक विधानसभा पहुंचे और सबसे पहले अजित पवार गुट के नेता अनिल पाटिल के दफ्तर में गए। इसके यह साफ हो गया कि वे अब अजित पवार के ग्रुप के साथ हैं। नवाब मलिक को लेकर पूछे गए सवाल पर अजित पवार ने कहा कि, सदन में किसी को कहां बैठना चाहिए, यह तय करने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को है। सभी जानते हैं कि उनके साथ क्या हुआ था।
सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच नोकझोंक
सत्र के पहले दिन विधान परिषद में नवाब मलिक के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा, दाऊद इब्राहिम से रिश्ते का आरोप लगाने वाले बीजेपी नेताओं की गोद में ही जाकर मलिक बैठे हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने नवाब मलिक पर लगे आरोपों के आधार पर विपक्ष पर निशाना साधा।
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फडणवीस ने कहा कि मलिक पर उद्धव ठाकरे की सरकार के दौरान राजद्रोह का आरोप लगा था और वह जेल भी गए थे, लेकिन जेल जाने के बाद भी ठाकरे ने अपना मंत्री पद नहीं हटाया। इसलिए पहले इसका जवाब दें और फिर हमसे सवाल पूछें। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि कोई किसी के गोद में नहीं बैठे हैं। मैं और मुख्यमंत्री एक दूसरे के साथ हैं, और अजित दादा हमारे साथ हैं।