15 हजार करोड़ रुपये के अवैध जुआ और साइबर धोखाधड़ी की शिकायत
साइबर आतंकवाद की धारा भी लगाई गई
मुंबई: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने पहली बार महादेव बेटिंग ऐप (Mahadev Betting App) के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर समेत 31 लोगों के खिलाफ मामला (Case) दर्ज (Register) किया है। मुंबई पुलिस ने जुआ और धोखाधड़ी की धारा के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि यह मामला महादेव ऐप के बजाय खिलाड़ी एप के खिलाफ़ दर्ज हुआ है। यह एप भी अवैध सट्टेबाजी चलाने के लिए जाना जाता है। खास बात ये है कि इसके मालिक भी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ही हैं। दरअसल सौरभ और रवि ने महादेव एप की सफलता के बाद तकरीबन आधा दर्जन एप बाजार में लांच किया था। जिसमें से एक खिलाड़ी ऐप है। जिसको लेकर अब मुंबई पुलिस ने शिकायत दर्ज की है।
कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुई शिकायत
मुंबई माटुंगा के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर ने इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिसके आदेश के बाद बनकर की शिकायत पर माटुंगा पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज किया गया है। पुलिस शिकायत के अनुसार ऐप के प्रमोटरों और अन्य आरोपियों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर विज्ञापन प्रसारित किए और लोगों को क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, कैसीनो, तीन पत्ती आदि जैसे विभिन्न खेलों पर दांव लगाने के लिए प्रोत्साहित किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने भारत और विदेश में होटलों, संपत्तियों और अन्य व्यवसायों में भारी पैसा निवेश किया है।
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क्या है मुंबई की शिकायत
माटुंगा के प्रकाश बनकर की शिकायत पर माटुंगा पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471, 120 (बी) और जुआ अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले में साइबर आतंकवाद से जुड़ी धाराएं भी लगाई हैं। मामले की जांच पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित किये जाने की संभावना है। बनकर की शिकायत है कि आरोपी ने खिलाड़ी सट्टेबाजी ऐप का उपयोग करके सरकार और कई अन्य लोगों को 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाया है। बताया जा रहा है कि आरोपी खिलाड़ी ऐप की मदद से जुआ और अन्य गेम खेलते थे और करोड़ों रुपये कमाते थे। इस मामले में माटुंगा पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बीच, सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल पर पहले छत्तीसगढ़ पुलिस ने विभिन्न मामलों में मामला दर्ज किया था और ईडी ने भी उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
ईडी की शिकायत से क्या है अलग
मुंबई पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं में 32 आरोपियों पर मामला दर्ज किया है। जिनमें से कुछ दुबई, लंदन, छत्तीसगढ़, पंजाब, पश्चिम बंगाल और गुजरात से हैं। उन पर आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468 और 120 बी के अलावा महाराष्ट्र जुआ रोकथाम अधिनियम की धारा 12 (ए) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 सी और 66 एफ के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। धारा 66 एफ का मतलब साइबर आतंकवाद है।
अब जांच के दायरे में बॉलीवुड हस्तियां
ईडी महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच कर रही है। एजेंसी ने इस मामले में पूछताछ के लिए अभिनेता रणबीर कपूर, हुमा कुरैशी और हिना खान और कॉमेडियन कपिल शर्मा को बुलाया था। ईडी ऐप के प्रचार के लिए अभिनेताओं को मिले भुगतान के बारे में पूछताछ करना चाहती थी। अभिनेताओं ने एजेंसी के सामने पेश होने के लिए और समय मांगा है। अब मुंबई में दर्ज नई शिकायत के बाद उन सभी के लिए मुश्किल बढ़ सकती है।
मुख्य आरोपी अभी भी फरार
महादेव एप मामले के दो मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल, जो छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में वांछित हैं। अब तक ईडी ने रायपुर , भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों की तलाशी ली है। ईडी से मिली जानकारी के अनुसार उनसे जुड़े 517 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त करने का भी दावा किया गया है।