इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को लेकर माथापच्ची कर रही है. इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है. इस बार कांग्रेस भारी बहुमत से जीतने जा रही है. जनता ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का मन बना लिया है. जनता चाहती है कि कांग्रेस की सरकार एक बार फिर प्रदेश में आये ताकि जनकल्याण के काम आगे बढ़ते रहे.
इससे पहले शनिवार को, राजस्थान कांग्रेस के नेताओं ने जयपुर में पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधायक सचिन पायलट और पार्टी के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण बैठक की. यह बैठक राजधानी जयपुर में हुई.
विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी सीएम अशोक गहलोत ने बात की. उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता उस उम्मीदवार को टिकट देने की होगी जिसमें जीतने की क्षमता हो. आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि राजस्थान की सत्तारूढ़ कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव कर्नाटक मॉडल पर लड़ेगी. पहले से उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी और बीजेपी के प्रचार का आक्रामक तरीके से मुकाबला करेगी.
कब जारी की जाएगी पहली सूची
ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है कि कांग्रेस सितंबर के आखिरी हफ्ते या अक्टूबर के पहले हफ्ते में विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है. 17 अगस्त को बीजेपी ने राज्य इकाई की चुनाव घोषणा पत्र समिति और राजस्थान चुनाव प्रबंधन समिति के गठन की घोषणा की है.
2018 के चुनाव परिणाम पर एक नजर
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. बीजेपी और मौजूदा कांग्रेस के बीच सीधी जंग इस चुनाव में देखने को मिल सकती है. 2018 में 200 सदस्यीय सदन में कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं जबकि बीजेपी 73 सीट पर सिमट गयी थी. अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस ने निर्दलीय और बसपा के समर्थन से सरकार बनाई थी और सूबे की कमना अशोक गहलोत के हाथों में दी गयी थी. सरकार ने अपने पांच साल पूरे करने जा रही है.
बसपा उतारेगी सभी सीट पर उम्मीदवार
इस बीच खबर है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी नेता आकाश आनंद ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी राज्य की सभी 200 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेगी और उसकी सत्ता में भागीदारी होगी. आनंद ने राजस्थान सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि राज्य में दलितों पर अत्याचार के कई मामले सामने आये हैं लेकिन कांग्रेस सरकार को इनकी कोई परवाह नहीं है. प्रदेश में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं.