56 मिनट पहले
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हाल ही में CSIR यानी काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ने SO और ASO यानी सेक्शन ऑफिसर और असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के 444 पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन मोड में परीक्षा ली। नेशनल लेवल पर हुए इस एग्जाम का पेपर उत्तराखंड और राजस्थान में लीक हुआ था।
उत्तराखंड, राजस्थान में लीक हुए पेपर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तराखंड के देहरादून और राजस्थान के बहरोड में इस एग्जाम के पेपर लीक हुए। देहरादून में स्क्रीन शेयर कराकर पेपर सॉल्व कराया गया है। वहीं, राजस्थान में भी सॉल्वर गैंग्स ने स्क्रीन शेयर करवाकर चीटिंग करवाई।
देहरादून में एग्जाम सेंटरों पर पुलिस ने छापा मारा
देहरादून में एग्जाम के बाद पुलिस ने दो एग्जाम सेंटरों पर छापा मारा। इसके बाद पुलिस ने कुछ कैंडिडेट्स के साथ एग्जाम सेंटर पर मौजूद संचालकों को गिरफ्तार भी किया। पुलिस के मुताबिक ये सॉल्वर गैंग दिल्ली और बाकी राज्यों में कंडक्ट की जा रही अन्य परीक्षाओं में भी चीटिंग कराने में शामिल रहे हैं।
देहरादून पुलिस ने 9 फरवरी को सोशल मीडिया पर ये मीडिया कटिंग शेयर की थी।
ANY डेस्क एप की मदद से सॉल्व कराए गए पेपर
एग्जाम के बाद द लल्लनटॉप से बिना नाम बताए एक स्टूडेंट ने कहा- जिस दिन मेरा एग्जाम था उसी दिन देहरादून से ये खबर आई कि पेपर में धांधली हुई है। कई सेंटर्स पर कैंडिडेट्स को ANY डेस्क एप की मदद से पेपर सॉल्व कराया गया है। हमनें CSIR से भी शिकायत की तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया। हम इस मामले की जांच चाहते हैं।
देहरादून में रिमोट एक्सेस हैक कर कराई गई चीटिंग
इस मामले में SSP अजय सिंह ने कहा कि उन्हें ये इनपुट मिला था कि एग्जाम में नकल माफिया और एग्जाम सेंटरों के संचालक मिलकर चीटिंग करा रहे हैं। राजपुर के IT पार्क और डोईवाला एरिया के एग्जाम सेंटरों में कैंडिडेट्स को सेंटरों पर नकल कराई जा रही है।
उन्होंने कहा- सर्वर रूम में रिमोट एक्सेस लेकर एग्जामिनेशन सिस्टम हैक कर लिया। जानकारी मिलने के बाद हमारी दो टीमों ने सेंटर पर छापा मारा। हमें सर्वर रूम और दो अलग-अलग कमरों से चोरी से जोड़ी गई लीज लाइनें मिलीं। ये लाइनें नकल माफिया ने सेंटर से मिलीभगत कर बना ली थी और एग्जाम से पहले ही लाइन एक्टिव हो चुकी थी।
राजस्थान से किराए के कमरे में सॉल्व किया दिल्ली में बैठे लोगों के लिए पेपर
राजस्थान के बहरोड में CSIR SO ASO पेपर लीक और चीटिंग के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों लोग बहरोड में कमरा किराए पर लेकर CSIR का पेपर सॉल्व करा रहे थे। इसके अलावा इस गैंग का पेपर लीक में भी पुराना रिकॉर्ड रहा है।
इन लोगों पर आरोप है कि ये लोग ऑनलाइन होने वाले रिक्रूटमेंट एग्जाम में कैंडिडेट्स के ID पासवर्ड लेकर ऑनलाइन स्क्रीन शेयर करते हैं और पेपर सॉल्व करते हैं।
25 सवाल सॉल्व करने के 20 हजार रुपए लिए गए: ASP बहरोड
पूछताछ के दौरान इन दोनों ने पुलिस को बताया कि इससे पहले भी कई परीक्षाओं में वो इस तरह से नकल करवाते रहे हैं। ASP जगराम मीणा ने द लल्लनटॉप को बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि स्क्रीन शेयर कर पेपर सॉल्व कराया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान अमित कुमार और रवि यादव के तौर पर हुई है।
ये दोनों लोग राजस्थान से दिल्ली में बैठे दो लोगों का पेपर सॉल्व करा रहे थे। ASP बहरोड ने ये भी बताया कि सॉल्वरों का पूरा गिरोह है। 25 सवाल सॉल्व करने के 20 हजार रुपए लिए जाते हैं। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।
एग्जाम दे चुके कैंडिडेट्स शेयर कर रहे शिकायतें
एग्जाम दे चुके कैंडिडेट्स सोशल मीडिया पर क्वेश्चन पेपर लीक से जुड़ी अपनी शिकायतें शेयर कर रहे हैं। अक्षय नाम से बने अकाउंट ने एक्स पर प्रदीप मलिक नाम के कैंडिडेट का स्कोर कार्ड शेयर कर लिखा है – एग्जाम का डिफिकल्टी लेवल हाई था। इसके बाद भी इस कैंडिडेट ने जियोग्राफी में 25/25 स्कोर किया। इसका मतलब है कि एग्जाम में चीटिंग हुई है।
सोशल मीडिया पर एडूकेटर और एक्टिविस्ट ने CSIR एग्जाम में जांच की मांग की है।
एग्जाम सेंटर की चॉइस पर भी उठाया सवाल
इसी तरह दो और कैंडिडेट्स के रोल नंबर भी शेयर किए गए हैं जिनका स्कोर काफी अच्छा है। कैंडिडेट्स का कहना है कि इस एग्जाम में ज्यादातर लोग 240 से ज्यादा स्कोर नहीं कर रहे हैं। वहीं, इस कैंडिडेट ने 310 स्कोर किया है। वहीं, प्रदीप मलिक का एडमिट कार्ड शेयर करते हुए एक कैंडिडेट ने लिखा कि हरियाणा के रहने वाले स्टूडेंट ने कश्मीर का एग्जाम सेंटर क्यों चुना है
5 से 20 फरवरी के बीच देशभर में हुआ था एग्जाम
CSIR SO और ASO का ये एग्जाम 5 से 20 फरवरी के बीच देशभर में लिया गया। इनमें से 76 सेक्शन ऑफिसर के पद और 368 असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के पदों पर भर्ती होनी थी। इसके लिए 8 दिसंबर 2023 को नोटिफिकेशन जारी किया गया था। 14 फरवरी तक फॉर्म भरे गए।