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- Current Affairs Shefali Sharan Takes Over As DG Of PIB, Abdul Fatal Al Sisi Becomes President Of Egypt For The Third Time
5 घंटे पहले
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अब्दुल फतह अल-सीसी तीसरी बार इजिप्ट के राष्ट्रपति बने। NHAI ने ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ नियम लागू किया। वहीं, त्रिपुरा के दो उत्पाद माताबारी पेरा प्रसाद और रिगनई पचरा कपड़े को GI टैग मिला।
आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं…
इंटरनेशनल (INTERNATIONAL)
1. अब्दुल फतल अल सीसी इजिप्ट के राष्ट्रपति बने: 2 अप्रैल को काहिरा में अब्दुल फतह अल सीसी ने लगातार तीसरी बार इजिप्ट के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। अब्दुल फतह पिछले 10 सालों से सत्ता पर काबिज हैं और अब उन्होंने अपना तीसरा कार्यकाल शुरू किया है।
राष्ट्रपति चुनाव में अब्दुल फतह अल सीसी ने 89.6% वोट हासिल कर जीत दर्ज की।
- इससे पहले वह इजिप्ट आर्मी के चीफ और डिफेंस मिनिस्टर भी रह चुके हैं।
- उन्होंने 2013 में देशभर में विरोध प्रदर्शनों के बावजूद राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को सत्ता से बेदखल कर कब्जा किया था।
- इजिप्ट के संविधान के मुताबिक 6 साल का नया कार्यकाल उनका आखिरी कार्यकाल है।
- अब्दुल फतह का जन्म 11954 में काहिरा के गमलेया इलाके में हुआ था।
नियुक्ति (APPOINTMENT)
2. शेफाली शरण PIB की DG बनीं: 1 अप्रैल को शेफाली बी. शरण ने प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो (PIB) के प्रिंसिपल डायरेक्टर जनरल का पदभार ग्रहण किया। शेफाली को मनीष देसाई की जगह नियुक्त किया है।
शेफाली शरण (दाएं से पहली) इस पद पर नियुक्त होने वाली 5वीं महिला अधिकारी हैं।
- शेफाली शरण इंडियन इन्फोर्मेशन सर्विस (IIS) के 1990 बैच की अधिकारी हैं।
- वे इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) और फाइनेंस मिनिस्ट्री की स्पोक्सपर्सन के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
- वो सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सूचना नीति के OSD का पद भी संभाल चुकी हैं।
- शेफाली ने LSTV और लोकसभा सचिवालय में डायरेक्टर के रूप में भी काम किया है।
- वे स्वास्थ्य मंत्रालय और वित्त मंत्रालय में भी डायरेक्टर के पद पर काम कर चुकी हैं।
बिजनेस (BUSINESS)
3. भारत का रक्षा बजट 21,083 करोड़ रुपए: 1 अप्रैल को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि भारत का रक्षा बजट पहली बार 21 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। 2022-23 के फाइनेंशियल ईयर के मुकाबले इस साल 32.5% की बढ़ोतरी हुई है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा उत्पादों को लेकर भारत न सिर्फ आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि इस स्थिति में पहुंच चुका है कि इन रक्षा उत्पादों को विदेश में बेच सके। (फाइल फोटो)
- 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात 21,083 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया।
- देश की 100 से ज्यादा कंपनियां दूसरे देशों को डिफेंस प्रोडक्ट एक्सपोर्ट कर रही हैं।
- इनमें फाइटर एयरक्राफ्ट, मिसाइलें और रॉकेट लॉन्चर्स जैसे कई हथियार शामिल हैं।
- भारत 85 से ज्यादा देशों के साथ रक्षा सौदे करता है।
नेशनल (NATIONAL)
4. ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ नियम लागू: 1 अप्रैल से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ नियम लागू हो गया है। यह कई व्हीकल्स के लिए एक ही फास्टैग के इस्तेमाल या फिर एक ही व्हीकल से कई फास्टैग के इस्तेमाल को रोकने के लिए लागू किया गया है।
- नए नियम के मुताबिक अब एक व्हीकल पर एक से ज्यादा फास्टैग नहीं लगाए जा सकेंगे।
- फास्टैग भारत में टोल कलेक्शन की इलेक्ट्रॉनिक सर्विस है, जिसे NHAI ऑपरेट करता है।
- देश में लगभग 98% व्हीकल्स पर फास्टैग लगा हुआ है, जिसके 8 करोड़ से ज्यादा यूजर्स है।
- टोल पेमेंट के लिए फास्टैग, रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है।
- देश में फास्टैग स्कीम की शुरुआत 2014 में हुई थी।
5. त्रिपुरा के दो उत्पादों को GI टैग मिला: 31 मार्च को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर त्रिपुरा के दो उत्पादों को जियोग्राफिकल इंडिकेशन (GI) टैग मिलने की जानकारी दी। ये उत्पाद माताबारी पेरा प्रसाद और रिगनई पचरा कपड़ा है।
माताबारी पेरा प्रसाद और रिगनई पचरा कपड़ा।
- माताबारी पेरा प्रसाद त्रिपुरा के प्रसिद्ध त्रिपुरेश्वरी मंदिर में परोसा जाने वाला मीठा प्रसाद है।
- दूध और चीनी से बना यह व्जंजन अपने अलग टेस्ट और गहरी सांस्कृतिक परंपराओं के लिए मशहूर है।
- स्थानीय लोगों ने इस पेड़े की बढ़ती मांग की वजह से दुनियाभर में इसकी मार्केटिंग शुरू कर दी है।
- रिगनई पचरा एक पारंपरिक हाथ से बुना हुआ कपड़ा है।
- इसे कारीगर स्वदेशी इक्विपमेंट और तकनीकों की मदद से बहुत बारीकी से बनाते हैं।
- यह कपड़ा त्रिपुरा में सांस्कृतिक महत्व रखता है।
आज का इतिहास (TODAY’S HISTORY)
02 अप्रैल का इतिहास: 1792 में आज के दिन ही कॉइनेज एक्ट पारित हुआ था। इससे ही U.S मिंट की स्थापना हुई, जिसका काम सिक्के ढालना था। आपको बता दें कि पहली औपचारिक अमेरिकी मुद्रा चांदी का डॉलर थी। लोगों को अपनी चांदी लानी पड़ती, तब मिंट उसे सिक्के में ढालकर लौटाता। इस कानून का उद्देश्य खरीदना-बेचना आसान बनाना था, पर ऐसा हुआ नहीं। तब चांदी के डॉलर ज्यादा बनते नहीं थे, इस वजह से उन्हें हासिल करना भी मुश्किल था। 1861 में कांग्रेस ने इसका व्यावहारिक हल निकाला। इस तरह अमेरिका में सरकारी नियंत्रण में पहली बार कागज की मुद्रा जारी हुई, जिसे डिमांड नोट्स कहा गया।
2 अप्रैल 1972 को ही दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी डॉलर की शुरुआत हुई थी।
- 2005 में वैटिकन का सर्वोच्च पद संभालने वालों में से एक पोप जॉन पॉल द्वितीय का निधन हुआ था।
- 1984 में एस्ट्रोनॉट राकेश शर्मा, मिशन सोयूज टी-11 के तहर स्पेस में जाने वाले पहले भारतीय एस्ट्रोनॉट बने थे।
- 1970 में असम पुनर्गठन अधिनियम के तहत भारत के उत्तर-पूर्व में मेघालय को राज्य का दर्जा दिया गया था।
- 1969 में बॉलीवुड के मशहूर एक्टर अजय देवगन का जन्म हुआ था।
- 1902 में लॉस एंजिलिस में पहला मोशन पिक्चर थियेटर खुला था।