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5 घंटे पहले
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कोटा में साल का चौथा सुसाइड आज सुबह सामने आया है। सोमवार 12 फरवरी को JEE मेन्स का रिजल्ट जारी हुआ, जिसके बाद कोटा में एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया।
डीएसपी भवानी चौधरी के अनुसार, स्टूडेंट शुभ कुमार चौधरी झारखंड का था। 16 वर्षीय शुभ 12वीं में था और दो साल से JEE की तैयारी कर रहा था। वो कोटा के महावीर नगर इलाके के कृष्ण रेजिडेंसी हॉस्टल में रहता था, वहीं उसने सुसाइड किया।
रात में ही आया JEE मेंस का रिजल्ट
रात में ही JEE मेन्स का रिजल्ट जारी हुआ था। शुभ ने JEE ने मेन्स एग्जाम दिया था। सुबह जब उसके पेरेंट्स ने उसे कॉल किया तो शुभ ने फोन नहीं उठाया, उसके बाद जब वॉर्डन ने दरवाजा खोला तब सुसाइड का पता चला।
घटना जवाहर थाना क्षेत्र की है।
अभी सुसाइड की वजह साफ नहीं हो पाई है और शुभ के कितने नंबर आए थे ये भी अभी पता नहीं चल पाया है।
साल का चौथा सुसाइड
इस साल की शुरुआत से अब तक 3 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं। इसमें 2 स्टूडेंट यूपी और 1 राजस्थान से था। इसमें राजस्थान की जो स्टूडेंट शामिल थी, उसका दो दिन बाद ही JEE मेन्स एग्जाम था। इसके साथ ही स्टूडेंट ने सुसाइड नोट में माता-पिता से माफी भी मांगी थी।
2 फरवरी को यूपी के गोंडा जिले के रहने वाले नूर मोहम्मद (27) ने सुसाइड कर लिया था। नूर चेन्नई से बी टेक कर रहा था और कोटा से ऑनलाइन तैयारी कर रहा था।
31 जनवरी को कोटा के बोरखेड़ा में रहने वाली निहारिका (18) ने सुसाइड किया। वो JEE की तैयारी कर रही थी। उसके पास एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने लिखा था “मैं एक लूजर हूं।’
24 जनवरी को यूपी के मुरादाबाद के मोहम्मद जैद (19) ने सुसाइड किया था। वो कोटा में NEET की तैयारी कर रहे थे।
मोहम्मद जैद जवाहर नगर थाना क्षेत्र के इसी हॉस्टल में रहता था।
JEE आंसर की जारी होने के अगले दिन भी हुआ था सुसाइड
शनिवार को हैदराबाद में एक 17 वर्षीय स्टूडेंट ने एग्जाम प्रेशर के चलते सुसाइड कर लिया। स्टूडेंट अपने JEE एग्जाम रिजल्ट को लेकर स्ट्रेस में था। पुलिस के अनुसार जब उसने आंसर की से अपने आंसर्स मिलाए, तो उसको लगा कि शायद वो एग्जाम क्लियर नहीं कर पाएगा। इस डर के चलते उसने रिजल्ट जारी होने से पहले ही अपनी जान दे दी। हालांकि, स्टूडेंट के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।
“स्टूडेंट सुसाइड करने वाला है बचा लीजिए”
शनिवार को कोटा पुलिस के पास, यूपी पुलिस से एक मैसेज आया था, जिसमें ये बताया गया था कि कोटा में एक स्टूडेंट सुसाइड करने वाला है, उसे बचा लीजिए। इसके साथ ही कोई और जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। पुलिस ने हाल ही में कोटा आया है इस जानकारी के आधार पर उसको ढूंढने की पहल की।
एसपी शरद चौधरी ने इस मैसेज को पूरी गंभीरता से लिया और वो खुद इसकी जांच करने पहुंचे नाम के आधार पर उसकी पूरी जानकारी निकाली गई और उसे टेक्निकल मदद से पूरे समय ट्रैक किया गया।
3 घंटे की मशक्त के बाद स्टूडेंट को ढूंढ लिया, जब स्टूडेंट को ढूंढा गया, तब वो सुसाइड की तैयारी ही कर रही थी। लड़की 10 दिन पहले ही कोटा पढ़ने आई थी।
इस सुसाइड का इनपुट वाराणसी से मिला था। वहां यूपी पुलिस एक सुसाइड केस की जांच कर रही थी, जिसमें उन्हें मोबाइल में ऐसे कुछ चैट मिले जिससे उन्हें इसका शक हुआ और उन्होंने कोटा पुलिस को जानकारी दी।
कोटा में 10 सालों में सबसे ज्यादा सुसाइड
सरकारी डेटा के अनुसार भारत में साल 2021 में सबसे ज्यादा 13,000 सुसाइड हुए हैं। ये साल 2020 के डेटा से 4.5% ज्यादा हैं। इसके साथ ही पिछले साल यानी 2023 में 29 स्टूडेंट्स ने कोटा में सुसाइड किया था, जो कि 10 सालों में सबसे ज्यादा है।
इस साल की शुरुआत से अब तक 3 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं। इसमें 2 स्टूडेंट यूपी और 1 राजस्थान से था। इसमें राजस्थान की जो स्टूडेंट शामिल थी, उसका दो दिन बाद ही JEE मेंस एग्जाम था। इसके साथ ही स्टूडेंट ने सुसाइड नोट में माता-पिता से माफी भी मांगी थी।
इसके लिए राजस्थान में सरकार ने 20 अक्टूबर 2023 को एक कमेटी बनाई जा सकती है। इसमें स्टूडेंट्स के सुसाइड करने के कारण बताए गए थे, जिसमें अच्छा परफॉर्म करने को लेकर स्टूडेंट्स पर प्रेशर को एक कारण बताया गया था।
शिक्षा मंत्रालय ने जारी की थी गाइडलाइंस
शिक्षा मंत्रालय ने देशभर के कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए गाइडलाइन जारी की हैं। इसके तहत अब कोचिंग इंस्टीट्यूट्स 16 साल से कम उम्र के बच्चों को एडमिशन नहीं दे सकेंगे। इसके अलावा भ्रामक वादे करना और अच्छे नंबरों की गारंटी देने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
ये गाइडलाइंस 12वीं के बाद JEE, NEET, CLAT जैसे एंट्रेंस एग्जाम और सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर के लिए बनाई गई हैं।
स्टूडेंट्स की आत्महत्या के बढ़ते मामलों, क्लासेस में आग की घटनाओं और कोचिंग सेंटर्स में सुविधाओं की कमी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने यह गाइडलाइन जारी की हैं।
इसके साथ ही कोचिंग सेंटर को ये हिदायत दी की वो कोई भी कोचिंग सेंटर स्टूडेंट्स से झूठा वादा न करे और कोई गलतफहमी न फैलाएं।