आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा- हमें पता चला है कि आने वाले कुछ दिनों में केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है। उन्होंने कुछ संकेत भी गिनाए।
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दिल्ली सरकार
Yamuna Aarti in Delhi: गंगा आरती की तरह ही अब दिल्ली में शुरू होगी यमुना आरती, जानें किस घाट पर होगा आयोजन
गंगा आरती की तरह अब दिल्ली में यमुना आरती की तैयारी
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गंगा आरती की तर्ज पर अब दिल्ली में भी यमुना आरती शुरू होगी। इसके लिए यमुना के वासुदेव घाट को तैयार किया गया है। अगले दो महीने में विधिवत रूप से यमुना आरती का आयोजन किया जाएगा। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की देखरेख में इस घाट को तैयार किया गया है। ताकि हरिद्वार और वाराणसी में गंगा आरती की तर्ज पर पावन यमुना आरती हो सके। निगम बोध का संचालन करने वाली संस्था को ही इसके आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
ऑपरेशन लोटस पर AAP का दावा: आतिशी बोलीं- केजरीवाल सरकार गिराना चाहती है BJP, हमारे सात विधायकों से किया संपर्क
मंत्री आतिशी
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भाजपा द्वारा आप विधायकों से संपर्क करने के आरोपों पर मंत्री आतिशी ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘ऑपरेशन लोटस 2.0’ शुरू कर दिया है, और दिल्ली में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई आप सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। भाजपा ने आप के सात विधायकों से संपर्क किया है।
आतिशी ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमारे विधायकों से कहा है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप विधायकों में फूट पड़ जाएगी। वे हमारे 21 विधायकों के संपर्क में हैं, जिनका इस्तेमाल करके हमारा लक्ष्य दिल्ली सरकार को गिराना है।
आतिशी ने कहा कि उन सात विधायकों को 25 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन लोटस उन राज्यों में सत्ता में आने के लिए भाजपा द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति है, जहां वे लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नहीं हैं। महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश इसके उदाहरण हैं।
#WATCH | Delhi: On allegations of BJP contacting AAP leaders, Minister Atishi says, “BJP has started ‘Operation Lotus 2.0’, and is trying to topple the democratically elected AAP government in Delhi. 7 MLAs of the AAP have been contacted by the BJP, and have been told, that… pic.twitter.com/mkBZ2shuyo
— ANI (@ANI) January 27, 2024
अस्पताल में यौन उत्पीड़न मामले में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मुख्य सचिव पर लगाए लापरवाही के आरोप
Saurabh Bharadwaj Vs Chief Secretary Dispute: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और मुख्य सचिव के बीच एक बार फिर टकराव पैदा हो गया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bharadwaj) ने उत्तरी दिल्ली में बुराड़ी के एक अस्पताल में महिला संविदा कर्मचारियों के साथ छेड़छाड़ और उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का निर्देश मुख्य सचिव को दिया था. मंत्री ने आरोप लगाया कि इस मामले पर सीएस नरेश कुमार (Chief Secretary Naresh Kumar) की तरफ से उस अर्जेंट नोट का जवाब नहीं दिया गया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंत्री के आरोपों से इतर, चीफ सेक्रेटरी ऑफिस का दावा है कि मामले में कार्रवाई रिपोर्ट सौंप दी गई है. रविवार (24 दिसंबर) को मंत्री भारद्वाज ने सीएस कुमार को आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित करने का निर्देश दिया था. मंत्री ने नोट मिलने के 6 घंटे के भीतर मुख्य सचिव से एक्शन टेकन रिपोर्ट तलब की थी.
पुलिस के मुताबिक, बुराड़ी सरकारी अस्पताल में कॉन्ट्रेक्ट आधार पर सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाली एक महिला ने अपने प्रबंधक और 3 सुपरवाइजरों पर उसके और 2 अन्य कर्मचारियों से छेड़छाड़ करने और उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि महिला की शिकायत के आधार पर उसके प्रबंधक और अस्पताल में मल्टी टास्किंग कार्यों के लिए कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली कंपनी के 3 पर्यवेक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है.
‘बुराड़ी अस्पताल की रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली’
मंत्री भारद्वाज ने सोमवार (25 दिसंबर) को एक बयान में कहा कि बुराड़ी अस्पताल से जो रिपोर्ट आई वह बेहद ही चौंकाने वाली थी. इसके लिए सरकारी मशीनरी की ओर से तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत थी. उन्होंने यह भी कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने संवेदनशील आरोपों के मामले में भेजे गए अति आवश्यक नोट पर भी मुख्य सचिव ने जवाब देने से इनकार कर दिया.
‘कल्पना करें चुनी हुई सरकार कैसे काम कर रही’
उन्होंने आगे कहा, ”कोई कल्पना कर सकता है कि चुनी हुई सरकार कैसे काम करती है… जब मुख्य सचिव तत्काल कार्रवाई नहीं करते हैं तो महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी? यह तब है जब इस विशेष घटना पर बीजेपी की दिल्ली इकाई ने इतना हंगामा मचाया है. क्या अब बीजेपी मुख्य सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगी?”
इस मामले में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि रविवार (24 दिसंबर) को डाक राइडर को तत्काल नोट ( Urgent Note) के साथ मुख्य सचिव नरेश कुमार के आवास पर भेजा गया था. हालांकि, नरेश कुमार के आवास पर कर्मचारियों ने यह कहते हुए अर्जेंट नोट स्वीकार नहीं किया कि उन्हें कोई भी नोट स्वीकार नहीं करने का निर्देश है. उसके बाद, नोट को ई-मेल आईडी के जरिये चीफ सेक्रेटरी को भेजा गया और सोमवार (25 दिसंबर) सुबह मुख्य सचिव नरेश कुमार के आवास पर भी नोट को फिजिकल रूप से पहुंचाया गया.
‘दिल्ली सरकार का अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं’
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जीएनसीटीडी (GNCTD) एक्ट में हालिया संशोधन के बाद निर्वाचित दिल्ली सरकार का अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है. अधिकारी सिर्फ उप-राज्यपाल (LG) के प्रति जवाबदेह हैं. जब भी कोई अप्रिय घटना होती है तो चुनी हुई सरकार से सवाल पूछे जाते हैं, हालांकि अधिकारी पर पूरा नियंत्रण एलजी का होता है.
चीफ सेक्रेटरी के दफ्तर से सामने आया ये जवाब
दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी ने बुराड़ी अस्पताल में कथित यौन उत्पीड़न की घटनाओं के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज से प्राप्त नोट पर एक्शन टेकन रिपोर्ट पेश की है. चीफ सेक्रेटरी के मुताबिक, रविवार (24 दिसंबर) को स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से उठाए गए हर मुद्दे का जवाब इस रिपोर्ट में दिया गया है.
चीफ सेक्रेटरी ने आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर मंत्री के नोट को 6 घंटे की समय सीमा के साथ पोस्ट किए जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया गया. इसको AAP हैंडल पर शेयर करने के ठीक 6 घंटे बाद ईमेल पर भेजा गया. चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री की ओर से भेजा गया नोट 25 दिसंबर को सुबह 10:10 बजे सीएस को फिजकली रिसीव हुआ है.
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दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर हुआ बड़ा फैसला, लागू किया गया GRAP-3
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की वजह से हाल-बेहाल है। आसमान में धुंध की चादर लिपटी हुई है। इसी बीच वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने समूचे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में GRAP-3 लागू करने का आदेश जारी कर दिया। अब इस आदेश के बाद पूरे क्षेत्र में कई कामों पर रोक लग जाएगी। CAQM ने आदेश जारी करते हुए कहा कि पहले से ही लागू चरण I और II कार्यों के अलावा, एनसीआर में संबंधित सभी एजेंसियों द्वारा तत्काल प्रभाव से सही ढंग से कार्यान्वित किया जाना चाहिए।
अब पांचवी कक्षा तक ऑनलाइन क्लास के आदेश किए जा सकते हैं जारी
GRAP स्टेज-III प्रतिबंधों में एनसीआर राज्य सरकारें/जीएनसीटीडी शामिल हैं, जो दिल्ली और गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिलों में बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल एलएमवी (4 पहिया वाहन) के संचालन पर सख्त प्रतिबंध लगाएंगे। इसके साथ ही अब एनसीआर और जीएनसीटीडी में राज्य सरकारें पांचवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूलों में भौतिक कक्षाएं बंद करने और ऑनलाइन मोड में कक्षाएं आयोजित करने पर निर्णय ले सकती हैं।
निर्माण और खनन कार्यों पर लगेगी रोक
इसके साथ ही जीआरएपी चरण-III प्रतिबंधों में स्टोन क्रशरों के संचालन को बंद कर दिया जाएगा। दिल्ली-एनसीआर में सभी खनन और संबंधित गतिविधियों को बंद करना होगा और पूरे एनसीआर में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध शामिल है। हालांकि इस दौरान इमरजेंसी निर्माण कार्य को इसमें छूट मिल सकेगी।
जीआरपी-3 के तहत ये निर्देश किए गए जारी
- पीक आवर से पहले सड़कों पर हर दिन पानी का छिड़काव करना होगा।
- सरकारों को अब सार्वजनिक वाहन के इस्तेमाल को बढा़ना होगा। जिससे लोग पीक आवर में इसका ही इस्तेमाल करें, इसके लिए अलग-अलग किराया तय किया जाए।
- पूरे एनसीआर में निर्माण और तोड़फोड़ पर कड़ा प्रतिबंध लागू करना। हालांकि इसमें कुछ निर्माण कार्यों को छूट दी गई है जैसे रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट, अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल, अस्पताल आदि।
- पत्थर तोड़ने वाले काम पर रोक लगाया जाएगा।
- दिल्ली और एनसीआर में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाले चार पहिया वाहन पर प्रतिबंध रहेगा।
- राज्य सरकारें एनसीआर में पांचवीं तक की पढ़ाई ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन करने का फैसला कर सकती है।
- लोगों से अपील की गई है कि वे जलावन के लिए कोयला और लकड़ी का इस्तेमाल न करें।
- दिल्ली-एनसीआर के लोगों से यह भी अपील की गई है कि वे काम को संयोजित करें और कम ट्रैवल करें।