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हाॅस्टलर्स में भिड़तः पीयू बना रणक्षेत्र, बमबाजी व फायरिंग, 16 छात्रों पर प्राथमिक, 6 गिरफ्तार, बम बरामद
पटना यूनिवर्सिटी कैंपस मे सोमवार को दो हाॅस्टलों के छात्र एक दूसरे पर बमबाजी और फायरिंग करने लगे. इस घटना के सामय यूनिवर्सिटी मे चारों ओर छात्र मौजूद थे. कक्षायें चल रही थी. जैसे ही बमबाजी शुरू हुई, कैपस मे अफरा- तफरी मच गयी. क्लास कर रहे बच्चे भागने लगे. कैंपस मे मौजूद मिंटो, जैक्सन, इकबाल और नदवी हॉस्टल के छात्र एक दूसरे पर ताबड़तोड़ बमबाजी कर रहे थे. लेकिन इस दौरान टीओपी पुलिस मूकदर्शक बनी रही. इधर घटना की जानकारी मिलते ही पीरबहोर थाने की पुलिस पहुंची.
इसके साथ ही साथ गांधी मैदान और कदमकुआं थाने की पुलिस को भी कैपस मे बुला लिया गया था. बड़ी संख्या मे पुलिस को देखकर उपद्रवी छात्र फरार हो गये. छानबीन के दौरान पुलिस ने कैपस से एक जिंदा सुतली बम और एक खोखा बरामद किया.वही, हॉस्टल मे छापेमारी के दौरान लोहे के रॉड और डंडे मिले. बरामद सुतली बम को पानी मे डालकर पुलिस ने डिफ्यूज किया.
मिंटो हॉस्टल के 16 छात्र पर प्राथमिकी दर्ज
पीरबहोर थाने मे इस मामले मे इकबाल हॉस्टल के छात्र मो. अलकमा के बयान पर आर्म्स एक्ट व विस्फोटक एक्ट मामले मे मिंटो हॉस्टल के 16 छात्र पर प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने देर रात हॉस्टलों मे छापेमारी कर छह आरोपित छात्र को गिरफ्तार कर लिया. ये सभी मिंटो हॉस्टल के छात्र है
एक डिलिवरी ब्वॉय से पार्सल छिनतई का आरोपित भी निकला
पुलिस जब सभी को गिरफ्तार कर थाना लायी, तो एक डिलिवरी ब्वॉय से पार्सल छिनतई का आरोपित भी निकल गया. डिलिवरी ब्वॉय द्वारा पहचान करने के बाद उसके खिलाफ छिनतई का भी मामला दर्ज किया गया.मौके पर मौजूद टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वर्चस्व और क्लास मे हुए छोटे-छोटे विवाद को लेकर पूरी घटना को अंजाम दिया गया है. हालांकि, इस पूरे घटनाकम मे किसी की भी घायल होने की सूचना नही मिली है. वही, बमबाजी और पत्थरबाजी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमे कैंपस ग्राउंडस से दर्जनों छात्र बम और पत्थर हॉस्टल पर फेंकते दिख रहे है.
सभी हॉस्टलों में छापेमारी, छात्र फरार
घटना के बाद टाउन डीएसपी के नेतृत्व मे तीन थानों की पुलिस ने कैपस मे मौजूद सभी हॉस्टलों मे छापेमारी की. इस दौरान हॉस्टल के सारे छात्र गायब मिले. जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी निरंजन कुमार भी नदवी हॉस्टल पहुंचे और घटनास्ल का मुआयना किया. निरंजन कुमार ने बताया कि हॉस्टल मे आपराधिक तत्वों ने हमला किया है. दोनों राउंड गोलियां भी चली है. छात्रों ने कार्रवाई करने के लिए शिकायत की है. जल्द ही कार्रवाई की जायेगी.
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CG स्टेट सर्विस एग्जाम के लिए इस दिन से होंगे आवेदन, ऐसे करें इन सरकारी नौकरियों के लिए अप्लाई
CGPSC Releases State Service Exam 2023 Notice: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने सीजीपीएससी राज्य सेवा परीक्षा 2023 का नोटिफिकेशन रिलीज कर दिया है. वे कैंडिडेट्स जो इस साल के छत्तीसगढ़ स्टेट सर्विस एग्जाम में बैठने के मन बना रहे हों, वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर न केवल डिटेल पता कर सकते हैं बल्कि एप्लीकेशन लिंक एक्टिव होने के बाद अप्लाई भी कर सकते हैं. ऐसा करने के लिए छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा, जिसका पता ये है – psc.cg.gov.in.
नोट करें जरूरी तारीखें
शेड्यूल में दी जानकारी के मुताबिक सीजीपीएससी स्टेट सर्विस परीक्षा 2023 के लिए आवेदन शुरू होंगे 1 दिसंबर 2023 के दिन. इस दिन से शुरू होकर आवेदन करीब एक महीना चलेंगे और 30 दिंसबर 2023 को लिंक बंद हो जाएगा. इस दौरान ही बताए गए प्रारूप में आवेदन कर दें.
भरे जाएंगे इतने पद
इस रिक्रूटमेंट ड्राइव के माध्यम से कुल 242 पद भरे जाएंगे. ये पद अलग-अलग विभागों के लिए होंगे और राज्य भर में कहीं भी नियुक्ति मिलेगी. इस परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट ने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया हो. बाकी डिटेल नीचे दिए नोटिस के लिंक को क्लिक करके देख सकते हैं.
कब होगा एग्जाम
इन आवेदनों के लिए करेक्शन विंडो 31 दिसंबर से 1 जनवरी 2024 के बीच खुली रहेगी. लेट फीस के साथ 1 से 3 जनवरी 2024 के बीच भी आवेदन किया जा सकता है. प्री परीक्षा का आयोजन 11 फरवरी 2024 के दिन किया जाएगा. वहीं मुख्य परीक्षा का आयोजन 13, 14, 15 और 16 जून 2024 के दिन किया जाएगा.
शुल्क इतना लगेगा
आवेदन करने के लिए दूसरे राज्य के कैंडिडेट्स को 400 रुपये शुल्क देना होगा. छत्तीसगढ़ के कैंडिडेट्स को शुल्क नहीं देना है. ये पेमेंट ऑनलाइन ही किया जाना चाहिए. करेक्शन फीस 500 रुपये है जो तय समय के अंदर ही अता हो जानी चाहिए.
नोटिस देखने के लिए इस डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करें.
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Happy Diwali: रांची में ऐसे मनी दिवाली, घर-घर दीप जले, फूटे पटाखे, रोशनी से जगमग हुआ अपना शहर
दीपों के उत्सव दीपावली का हर किसी को इंतजार रहता है. इस बार की दीपावली भी खास रही. लोगों ने अपने घरों में घी के दीये जला. लक्ष्मी-गणेश की पूजा की और अपने लिए, अपने परिवार के लिए सुख एवं समृद्धि की कामना की. घर को बिजली की लड़ियों से जरूर सजाया गया था, लेकिन रांची में घर में लोगों ने दीपावली पर मिट्टी से बने दीये ही जलाए.
दीपावली का इंतजार बच्चों को सबसे ज्यादा होता है. नए कपड़े, अच्छे-अच्छे पकवान और मिठाइयां जो खाने को मिलतीं हैं. इन सबके अलावा घर को दीये से सजाना. घर के बाहर रंगोली बनाना और शाम को पूजा खत्म होने के बाद फुलझड़ियां और पटाखे चलाना. बच्चे खूब मस्ती करते हैं. इस बार भी दीपों के साथ बच्चों के चेहरे पर वैसी ही खुशी दिखी.
दीपावली एक तरह से स्वच्छता का भी त्योहार है. लोग घरों में कई दिन पहले से साफ-सफाई करना शुरू कर देते हैं. घर को नए तरीके से सजाने के बारे में सोचने लगते हैं. पहले फूलों से घर सजाए जाते थे, लेकिन अब आर्टिफिशियल फूलों से सजावट होती है. बिजली की लड़ियां लोग घरों में और घर के बाहर लगाते हैं. पूरा अपर बाजार सजावट के ऐसे सामानों से पटा था और लोगों ने अपनी पसंद के मुताबिक, उसकी खरीदारी की और अपने घर को सजाया.
दीपावली के त्योहार में घरौंदे का अपना अलग महत्व है. कुंवारी लड़कियां घरौंदे में लक्ष्मी-गणेश की पूजा करतीं हैं. पहले लोग खुद खरौंदा बनाते थे. अब कई सालों से बाजार में रेडीमेड घरौंदा आ गए हैं. इनको खरीदकर बच्चियां अपने मन मुताबिक सजाती हैं और शाम को पूजा करतीं हैं.
दीपावली के अवसर पर शहर के मंदिरों में विशेष तौर पर दीये जलाये जाते हैं. इस बार भी रांची के मंदिरों में दिवाली के दिन दीये जलाए गए. रांची के लक्ष्मीनारायण मंदिर में पुरोहित ने विशेष रूप से दीया जलाये और मंदिर को दीयों से सजाया.
राजधानी रांची में लोग अपने घरों को दिवाली से पहले ही लड़ियों से सजा देते हैं. चारों ओर मकानों पर रंग-बिरंगे बल्ब जलते दिख जाते हैं. ये बल्ब छठ महापर्व तक जलते हैं. तब तक अपनी रांची रोशनी में नहाई रहती है. ड्रोन से लिए गए चित्र में रंग-बिरंगी रोशनी में नहाई रांची अद्भुत नजारा देख सबको खुशी होती है.
छोटी-छोटी बच्चियों को दीपावली पर दीप से दीप जलाना और रंगों एवं फूलों से रंगोली बनाना खूब पसंद आता है. रांची की दो बच्चियां अपने घर की सजावट में लगी हैं. एक बच्ची थाल में सजे दीये को जला रही है, तो दूसरी फूलों से रंगोली बनाने की तैयारी कर रही है.
दीपोत्सव एक ऐसा त्योहार है, जिसमें परिवार के हर उम्र के लोग व्यस्त रहते हैं. राजनीतिक दलों के नेता भी इससे नहीं बचते. इस बार चूंकि अयोध्या में दीया जलाने का विश्व रिकॉर्ड बना है. रांची में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने भी दीये से जय श्रीराम लिखकर दीपावली का त्योहार मनाया.
दीपावली की खरीदारी यूं तो लोग धनतेरस के पहले से ही कर देते हैं, लेकिन दीपावली के दिन भी बाजार में कम भीड़ नहीं होती. शाम को लोग बाजार में निकलते हैं, पूरी सड़क जाम हो जाती है. कार और बाइक की कौन कहे, लोगों का चलना भी मुश्किल हो जाता है.
दीपावली के दिन लोग लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं, लेकिन बंगाली समुदाय के लोगों में काली पूजा का विधान है. पश्चिम बंगाल में तो दीपावली को काली पूजा के नाम से ही जाना जाता है. रांची में भी बड़ी संख्या में बंगाल के लोग रहते हैं. वे बड़ी धूम-धाम से रांची में काली पूजा का आयोजन करते हैं. इसके लिए बाकायदा सड़क को भी सजाया जाता है. तोड़णद्वार बनाए जाते हैं.